आगरा / दो डॉक्टरों की प्रेम कहानी ने मेडिकल कॉलेज और उसके कैम्पस को हैरानी में डाल दिया है | कोई यकीन नहीं कर पा रहा है कि दो समझदार डॉक्टर एक दूसरे पर इस हद तक हावी हो जायेगे कि मामला कत्ल तक पहुंच जायेगा | इस हत्याकांड से मेडिकल छात्र सहमे हुए है | दरअसल आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की पीजी छात्रा डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या से महौल गरमाया हुआ है |पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ़ हुआ है कि उसे तीन गोलियां लगी थी | यही नहीं उसके सिरफिरे प्रेमी ने गोली दागने के बाद उस पर चाकू से वार किया था | एक डॉक्टर अपनी सहयोगी डॉक्टर ही नहीं बल्कि अपने प्यार को इस तरह से मौत के घाट उतारेगा किसी को यकीन नहीं हो रहा है | बताया जाता है कि उरई, जालौन के मेडिकल ऑफीसर डॉक्टर विवेक तिवारी के सिर पर खून सवार था | उसने डॉक्टर योगिता को बड़े प्यार से कार में बिठाया और सैर सपाटे के लिए ले गया | इस दौरान योगिता उसके इरादे नहीं भांप पाई | इस वारदात को अंजाम देने के बाद डॉक्टर विवेक के इकबालिया बयान से सब कुछ साफ़ हो गया है |
डॉक्टर योगिता गौतम को रात करीब पौने आठ बजे प्रतापपुरा चौराहे के पास चलती कार में डॉ विवेक ने गोलियां मारी थीं। आरोपी विवेक ने पूछताछ में यह कबूल किया है। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं, जिसमे ये दोनों कार में एक साथ बैठे दिखाई दे रहे है | पुलिस के मुताबिक रात सवा आठ बजे तक डॉ विवेक ने डॉ योगिता के शव ठिकाने लगा दिया था। इसके बाद वह इनररिंग रोड होता हुआ रात में सीधे उरई, जालौन जाकर रुका था। वहां से बुधवार तड़के कानपुर गया। वहां कार छिपाई। लौटकर उरई अपने घर आ गया था ।
पुलिस ने बताया कि गाड़ी में बैठने के कुछ देर बाद ही डॉ योगिता और डॉ विवेक का झगड़ा हो गया था। अचानक डॉ विवेक ने योगिता के सिर, छाती और कंधे पर गोलियां मारीं। उसके बाद मौत सुनिश्चित करने के लिए उसने चाकू भी मारा। पुलिस ने खून से सना चाकू डॉक्टर की कार से बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक हत्या के बाद डॉक्टर विवेक ने उस रिवाल्वर को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर सड़क किनारे कही फेंक दिया | हालांकि उसकी अभी बरामदगी नहीं हुई है | डॉक्टर विवेक को जेल भेज दिया गया। आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस उसे जल्द रिमांड पर लेगी |
पुलिस के मुताबिक बुधवार की सुबह डौकी के बमरौली कटारा क्षेत्र में एक अज्ञात युवती का शव मिला था। तफ्तीश के बाद पता पड़ा कि एमएम गेट थाना क्षेत्र में नूरी गेट निवासी डॉक्टर योगिता गौतम मंगलवार शाम साढ़े सात बजे से लापता थीं। उनकी गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पता चला था कि उन्होंने दिल्ली फोन कर अपने परिजनों से घर जाने की बात की थी। उन्होंने परिजनों से यह भी कहा था कि डॉ. विवेक तिवारी उन्हें धमकी दे रहा है। योगिता बहुत रो रही थीं। उसकी बात सुनकर फौरन उसकी मां आशा गौतम और भाई डॉक्टर मोहिंदर कुमार गौतम, पिता अंबेश गौतम रात में ही आगरा आ गए थे। लेकिन डॉ. योगिता नहीं मिलीं | वे सभी परिजन बुधवार को सुबह थाना एमएम गेट पहुंचे थे । वहां उन्होंने डॉ. विवेक तिवारी के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था । पुलिस ने बताया कि बुधवार की शाम को डौकी में मिले शव की पहचान डॉक्टर योगिता के रूप में की गई थी । पुलिस के मुताबिक उसने अपहरण के मुकदमे को अब साजिश और हत्या की धाराओं के तहत विवेचना में लिया है | पुलिस के मुताबिक बुधवार आधी रात आगरा पुलिस ने डॉक्टर विवेक तिवारी को गिरफ्तार कर लिया था ।
अपने बयान में डॉक्टर विवेक तिवारी ने पुलिस को बताया कि वह डॉ. योगिता से पिछले सात सालो से प्रेम करता था। उसके मुताबिक दोनों पहले शादी करना चाहते थे। लेकिन डॉ योगिता ने यह कहकर शादी से इनकार कर दिया था कि वो पहले बहन नेहा तिवारी की शादी करे | आरोपी डॉक्टर ने यह भी बताया कि उसे लगता था कि डॉ योगिता उसे धोखा दे रही है | उसके मुताबिक घंटे-घंटे भर योगिता का मोबाइल अक्सर बिजी आता था। इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा भी होता था | विवेक को लगा कि अब उसकी जिंदगी में कोई और आ गया है। लिहाजा उसने ठान लिया था कि अब योगिता नहीं छोड़ेगा।