Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पीएम के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले 32 लोगों के अरमान टूट गए. नामांकन पत्रों की जांच के दौरान 41 में से 32 लोगों के पर्चे खारिज कर दिए गए हैं. इनमें कामेडियन श्याम रंगीला का पर्चा भी शामिल है. दिलचस्प बात यह है कि आप नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मोदी के सामने घुटने टेक दिए है, उन्होंने कहा कि आप कार्यकर्त्ता कांग्रेस को वोट दे। केजरीवाल के इस बयान के बाद आप पार्टी में खलबली मच गई है।
दरअसल तत्कालीन कांग्रेस सरकार की नीतियों की आलोचना और विरोध के चलते हुए आप आदमी पार्टी का जन्म हुआ था। उसने दिल्ली में कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार को उखाड़ फेका था। इसके बाद पंजाब में कांग्रेस की अमरिंदर सिंह सरकार को भी आप पार्टी ने धूल चटा दी थी। इसके चलते कांग्रेस का ग्राफ जिस तेजी से गिरा, फिर कभी उठा ही नहीं। राजनीति के दो विरोधी धुरंदर दलों का एका चर्चा में है। लोकसभा के शेष बचे चरणों में पीएम मोदी और बीजेपी के मुकाबले कोई भी दल जीत की हामी तक नहीं भर पा रहा है। वाराणसी लोकसभा सीट पर आधा दर्जन उम्मीदवारों और उनका एका देश का मूड भांपने के लिए पर्याप्त माना जा रहा है। बताते है कि एक बार फिर बीजेपी अजेय भारत की ओर बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कांग्रेस-बसपा समेत अब सात प्रत्याशी मैदान में बचे हैं. चार दिनों तक नामांकन नहीं दाखिल करने का आरोप लगाकर हंगामा करने वाले स्टैंड अप कामेडियन श्याम रंगीला का पर्चा भी खारिज हो गया है. उनके पर्चे में कई कमियां पाई गई हैं. भाजपा और कांग्रेस के डमी प्रत्याशियों का भी पर्चा रद्द हो गया है. भाजपा से पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण और कांग्रेस की तरफ से यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की पत्नी रीना राय ने डमी प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया था.
वाराणसी में 17 मई तक अभी नाम वापस लेने का समय है. अगर किसी ने नाम वापस नहीं लिया तो मैदान में कुल आठ प्रत्याशी ही रह जाएंगे. इसमें भाजपा से प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस से अजय राय, बसपा से अतहर जमाल लारी, युग तुलसी पार्टी से कोलीशे्टी शिवकुमार, अपना दल कमेरावादी से गगन प्रकाश, राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति से पारस नाथ केशरी का पर्चा सही मिला है. दो निर्दल दिनेश कुमार यादव और संजय कुमार तिवारी का पर्चा भी सही मिला है.