रिपोर्टर- मनोज सागर
भोपाल / शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालते ही एक्शन मोड में आ गए। उन्होंने सबसे पहले कोरोना वायरस के मद्देनजर वल्लभ भवन में प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों एवं केन्द्र से आए उच्च अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक की और इससे निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए दिशा- निर्देश दिए। जानकारी के मुताबिक शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय पहुंचे और पूजा-अर्चना भी की। वहीं शिवराज सरकार आज विश्वास मत हासिल करने के लिए सदन में प्रस्ताव भी रखेगी।
कोरोना वायरस को लेकर भोपाल और जबलपुर में सरकार ने कर्फ्यू लगाने के आदेश दिए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि मंगलवार से भोपाल और जबलपुर में कर्फ्यू लगा दिया है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि लगाए गए बंद का लोगों को सख्ती से पालन करना चाहिए। मैं लोगों से अपील करता हूं कि हम सभी के लिए घर पर रहें। लोगों के लिए अनुकूलता और आवश्यक सेवाएं उपलब्ध होंगी।
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के 6 केस मिलने के बाद 43 जिलों को लॉकडाउन कर दिया गया है। हालांकि, जबलपुर और नरसिंहपुर में 3 दिन पहले से ही यह जारी है। जनता कर्फ्यू के दूसरे दिन शुरू हुए लॉकडाउन से लोग हैरत में हैं। भोपाल समेत प्रदेश के अन्य जिलों में प्रशासन ने रविवार रात को ही मुनादी कराके लोगों को अलर्ट कर दिया था। मुनादी में ये भी कहा गया था कि घबराने जैसी कोई बात नहीं है। जरूरत के सभी सामान आसानी से उपलब्ध रहेंगे।
हालांकि लॉकडाउन के बावजूद कुछ लोग बेवजह घर से निकल रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस ने नया तरीका निकाला है। चेकिंग के दौरान जो लोग बेवजह सड़कों पर दिख रहे हैं पुलिस उनके हाथों में एक पैम्पलेट देकर फोटो खींच रही है। इसमें लिखा है ”मैं समाज का दुश्मन हूं, मैं घर पर नहीं रहूंगा।” मंदसौर जिले के एसपी हितेश चौधरी का कहना है कि यह सामाजिक प्रयोग है ताकि लोग अपने घरों में ही रहें। अब तक कोरोना वायरस के जबलपुर में 5 और भोपाल में एक मामला सामने आया है।
लॉकडाउन किए गए जिलों में अलग-अलग समयावधि रहेगी। इन जिलों में धारा 144 भी लागू की गई है। यहां इसका असर भी देखने को मिल रहा है। सोमवार सुबह से लोगों ने दूध और सब्जी खरीदी। जरूरत का सामान लेने के बाद अपने घरों में कैद हो गए। प्रशासन ने लोगों से घर से काम करने के लिए कहा है।
मध्य प्रदेश के
कार्यवाहक स्वास्थ्य मंत्री तरुण भनोट ने बताया कि सभी 6 कोरोना पॉजिटिव की हालत स्थिर है। प्रदेश में अब तक 75 नमूने लिए जा चुके हैं। 48 की रिपोर्ट निगेटिव
आई है। जबलपुर से 5 कोरोना वायरस मरीज सामने आए। ये लोग 4 हजार से अधिक लोगों के संपर्क में आए। भोपाल
में रविवार को एक युवती को कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि के बाद शहर को 31 मार्च तक टोटल लॉकडाउन किया
गया। जरूरत का सामान और इमरजेंसी सेवाओं को इससे मुक्त रखा गया है। पुराने शहर में लोगों ने घरों
से निकलने की कोशिश की, लेकिन
पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए वापस भेज दिया। पेट्रोल पंप, दवाओं की दुकान और मिल्क पॉर्लर
खुले हैं। बाहरी छात्रों को खाने की दिक्कत नहीं हो, इसके लिए होटलों को होम डिलीवरी की छूट दी गई है। भोपाल में उड़ानें बंद कर दी गई हैं। सरकारी
कर्मचारियों को 31
मार्च
तक घर पर रहकर ही काम करने को कहा गया है। भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने
मीडिया से कोरोना पॉजिटिव की पहचान उजागर नहीं करने की अपील की है।
प्रदेश के इन जिलों में लॉकडाउन
मध्यप्रदेश में भोपाल, टीकमगढ़, निवाड़ी, डिंडौरी, रायसेन, राजगढ़, छतरपुर, दतिया, मुरैना, होशंगाबाद, उमरिया और अनूपपुर 31 मार्च तक लॉक डाउन किया गया है | नरसिंहपुर को 3 अप्रैल तक , सीहोर, शाजापुर, आगर मालवा, रीवा, शिवपुरी, कटनी, ग्वालियर और भिंड जिले को 24 मार्च तक , शहडोल, अलीराजपुर 23 मार्च तक , देवास, नीमच, सिंगरौली, गुना, रतलाम, मंडला, मंदसौर, बालाघाट, सिवनी, उज्जैन, श्योपुर, झाबुआ, विदिशा, दमोह, छतरपुर, इंदौर, अशोकनगर 25 मार्च तक , जबलपुर, बैतूल और छिंदवाड़ा 26 मार्च तक के लिए लॉक डाउन किया गया है |