
लेह हिंसा के बाद केंद्र सरकार ने सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के खिलाफ CBI जांच शुरू कर दी है। वांगचुक ने इस जांच पर कहा, “मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा है, कल की घटना आखिरी थी और सारा दोष मुझ पर ही मढ़ दिया गया।”
FCRA पंजीकरण रद्द
गृह मंत्रालय ने वांगचुक की संस्था सेमोल का FCRA पंजीकरण रद्द कर दिया है। संस्थाओं पर विदेशी फंडिंग और वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगे हैं। हालांकि वांगचुक ने कहा कि उन्हें अभी तक FCRA का कोई नोटिस नहीं मिला। उनका दावा है कि उनकी संस्था को विदेशों से फंडिंग की जरूरत नहीं थी और वे केवल संयुक्त राष्ट्र और कुछ यूरोपीय संगठनों से तकनीकी जानकारी और प्रशिक्षण शुल्क प्राप्त करते थे।
वांगचुक का पक्ष
सोनम वांगचुक ने बताया कि उनके NGO ने निष्क्रिय सोलर हीटेड बिल्डिंग तकनीक अफगानिस्तान में साझा करने के लिए शुल्क लिया था। इसके अलावा स्विट्ज़रलैंड और इटली के संगठनों से कृत्रिम ग्लेशियर तकनीक के लिए टैक्स सहित फीस मिली। वांगचुक ने कहा कि इस पूरी घटना का जिम्मा केवल उन पर थोप दिया गया है और यह उनका उद्देश्य नहीं था।