रायपुर | छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहा राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य मोहत्सव एकाएक विपक्ष के निशाने पर आ गया है | नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने शनिवार रात महोत्सव के मंच से इसके औचित्य पर सवाल उठाये दिए | कौशिक ने कहा, आदिवासी अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं, चक्काजाम कर रहे है और यहाँ नृत्य महोत्सव हो रहा है | उन्होंने कहा, सरकार को उस ओर भी ध्यान देना चाहिए | आयोजन में राजयपाल अनुसुइया उईके ने आयोजन की प्रशंसा की | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, भाषा – बोली में विविधता के बावजूद इस आयोजन में एक सांस्कृतिक एकता दिखाई दे रही है |
नेता प्रतिपक्ष के बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आयोजन में ही पलटवार किया | उन्होंने कहा कि नेताजी ने जो मंच से बात उठाई है , उसका जवाब जनता ने दे दिए है और आगे भी देगी |
उधर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी अपने एक बयान में कहा, आदिवासी नृत्य महोत्सव होना चाहिए | यह बढ़िया बात है, लेकिन सरकार को आदिवासी किसानों के बारे में भी सोचना चाहिए | आज उन्हें धान की कीमत नहीं मिल रही है और वे सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे है | भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने भी आयोजन के औचित्य पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया |
