
रायपुर : छत्तीसगढ़ में कई बड़े घोटालों की ब्लैक मनी विभिन्न कारोबार में निवेश किये जाने की जानकारी सामने आई है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में दर्जनों घोटाले सामने आये थे। इन घोटालों में नामजद कई बड़े अफसर, कारोबारी और नेता इन दिनों जेल की हवा खा रहे है, कुछ चर्चित आरोपियों को तो कई महीनो बाद जमानत का लाभ भी प्राप्त हुआ है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के ख़ास तांत्रिक केके श्रीवास्तव भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए है।

स्मार्ट सिटी और नवा रायपुर के प्रोजेक्ट में 500 करोड़ का काम दिलाने का झांसा देकर 15 करोड़ की ठगी करने वाले पूर्व सीएम भूपेश बघेल के करीबी केके श्रीवास्तव की 12 दिन की पुलिस रिमांड समाप्त हो गई है। रिमांड खत्म होने के बाद सोमवार को उन्हें तेलीबांधा थाना पुलिस ने सीजेएम कोर्ट रायपुर में पेश किया, जहां से कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
पुलिस ने कोर्ट में दोबारा रिमांड की मांग नहीं की। पुलिस का कहना है कि आरोपी से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं, जिनके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

के.के. श्रीवास्तव पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी रावत एसोसिएट्स के मालिक अशोक रावत से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 500 करोड़ रुपये का ठेका दिलवाने के नाम पर करीब 15 करोड़ रुपये की ठगी की। जब ठेका नहीं मिला तो आरोपी ने पैसे लौटाने का वादा किया, लेकिन बाद में दिए गए तीनों चेक बाउंस हो गए।
READ MORE- https://newstodayindia.co.in/anti-naxal-operation-why-does-jaljangal-and-police-do-not-have-the-first-time-in-the-rain-during-the-rainy-season/
जांच में यह भी सामने आया कि श्रीवास्तव और उनके बेटे कंचन श्रीवास्तव के खातों में करीब 300 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है। यह रकम फर्जी कंपनियों और ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) के नाम पर खोले गए खातों में ट्रांसफर की गई। मामला आयकर विभाग को जांच के लिए सौंपा गया है।

गौरतलब है कि के.के. श्रीवास्तव की पहचान न केवल एक रसूखदार शख्स के तौर पर रही है, बल्कि कांग्रेस सरकार के दौरान वे तंत्र-मंत्र और पूजा-पाठ के माध्यम से सत्ता के गलियारों में गहरी पैठ बनाए हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, तत्कालीन सत्ताधारी नेता भी उनसे ‘तांत्रिक क्रियाएं’ कराने बिलासपुर जाया करते थे।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी रहे केके श्रीवास्तव की अग्रिम जमानत याचिका हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है. श्रीवास्तव ने 15 करोड़ के धोखाधड़ी मामले में लगाई गई अग्रिम जमानत याचिका पर चीफ जस्टिस की अदालत में सुनवाई हुई.

बता दें कि फरार चल रहे श्रीवास्तव को पुलिस ने भगोड़ा करार देते हुए उस पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है. केके श्रीवास्तव पर आरोप है, कि उन्होंने दिल्ली की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत 500 करोड़ रुपये का ठेका दिलाने का झांसा दिया.

छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कई घोटालेबाज़ो के लिए तंत्र साधना करने वाले केके श्रीवास्तव से ED, ACB-EOW और पुलिस अपनी अपनी पूछताछ में जुटी है। रायपुर कोर्ट में आरोपी श्रीवास्तव का दिनभर इंतज़ार होता रहा, लेकिन मीडिया को उनके दर्शन प्राप्त नहीं हुए. एजेंसियों के इंतज़ार में शाम 5 बजे तक कोर्ट परिसर में गहम -गहमी भी देखी गई। फिलहाल केके श्रीवास्तव का नाम लोगों की जुबान पर है, देखना गौरतलब होगा कि, कानून के हाथ उसके गिरेबान तक आखिर कब पहुंचते है।
