संकट में खालिस्तानी गढ़, ट्रंप ने मैप शेयर कर कनाडा को बताया अमेरिका का हिस्सा, सदमे में नेता, कहा- यह स्वीकार नहीं… 

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नई दिल्ली: अमेरिका में कनाडा को लेकर नई बहस छिड़ी है। दरअसल, पीएम मोदी के अमेरिकी दौरों के बाद भारतीय मूल के नागरिकों से जुड़े कई संघों में अखंड भारत की बयार बह रही है। इस बीच कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों की नींद उड़ी हुई है। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा को आजाद कर अपने कब्जे में लेने का पैगाम दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण से पहले ही ट्रंप ने अपने कामों की योजना बनानी शुरू कर दी है. उनके एजेंडे में एक प्रमुख काम कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाना है. इसको लेकर वो कई बार जिक्र कर चुके हैं. अब उन्होंने मैप जारी किया है, जिसपर कनाडाई नेताओं और जनता ने तीखी प्रतिक्रिया दी हैं.

डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर दो मैप शेयर किए हैं, जिनमें उन्होंने कनाडा को अमेरिका के हिस्से के रूप में दर्शाया है. इन मैप्स से उन्होंने अपने इरादों को स्पष्ट किया है कि वे कनाडा को अमेरिका में शामिल करना चाहते हैं. हालांकि, ट्रंप की इस हरकत पर कनाडाई नेता भड़क गए हैं. कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्रंप के इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है. ट्रूडो ने साफ शब्दों में कहा कि कनाडा के अमेरिका का हिस्सा बनने की कोई संभावना नहीं है. उनका कहना है कि कनाडा एक स्वतंत्र और संप्रभु देश है और वह ऐसे किसी भी प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेगा. कनाडा में विपक्ष के नेता पियर पॉलिवेयर ने भी ट्रंप के प्रस्ताव की निंदा की है. उन्होंने कहा कि कनाडा एक महान और स्वतंत्र देश है और अमेरिका का सबसे अच्छा दोस्त है, लेकिन यह उसकी संप्रभुता के खिलाफ है.

ट्रंप ने जो विवाद खड़ा किया है वो न केवल कनाडा और अमेरिका के बीच के रिश्तों को प्रभावित कर सकता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अमेरिका की छवि को प्रभावित कर सकता है. कनाडा अपनी संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा. कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने भी ट्रंप के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट किया कि ट्रंप की टिप्पणियों से पता चलता है कि उन्हें कनाडा की ताकत और स्वतंत्रता की पूरी समझ नहीं है. जोली ने यह भी कहा कि कनाडा कभी भी धमकियों के आगे नहीं झुकेगा.

ट्रूडो के इस्तीफे के बाद सोमवार को ट्रंप ने कहा, ‘‘अगर कनाडा अमेरिका का हिस्सा बन जाता है तो कोई टैक्स नहीं लगेगा. टैक्स कर बहुत कम हो जाएंगे और वे रूसी और चीनी जहाजों के खतरे से पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे जो लगातार उन्हें घेरे रहते हैं. साथ मिलकर, यह कितना महान देश बनेगा.’’ उधर सकते में आये खालिस्तानी नेताओं समेत कनाडा सरकार की ओर से ट्रंप के प्रस्ताव पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

इस मामले को लेकर नेताओं के बीच बहस का दौर शुरू हो गया है। ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर कनाडा अमेरिका के साथ अपनी दक्षिणी सीमा से मादक पदार्थ तस्करी और अवैध प्रवासियों की घुसपैठ को नहीं रोकता है तो कनाडाई आयात पर 25 फीसदी टैक्स लगाया जाएगा। फ़िलहाल, ट्रंप कनाडा को लेकर सक्रिय हो गए है। इस मामले में अभी भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। एक जानकारी के मुताबिक कनाडा की कुल आबादी में 45 फीसदी भारतीय मूल के लोग निवास करते है।