
कन्नूर: केरल सरकार इस ओणम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पारंपरिक ओनाक्कोडी (धोती-कुर्ता) भेंट करेगी। इस खास उपहार को तैयार करने में लोकनाथ बुनकर संस्था के कारीगर हाथ-पकड़कर काम कर रहे हैं। सूत की रंगाई से लेकर जटिल पैटर्न बुनाई तक सभी कार्य यहाँ किए जा रहे हैं।
लोकनाथ बुनकर संस्था 43 साल पुरानी है और पिछले साल भी प्रधानमंत्री के लिए ओनाक्कोडी इसी संस्था के करघों से बनी थी।
ओनाक्कोडी का महत्व
केरल में ओणम त्योहार के दौरान नए कपड़े पहनने की परंपरा है, जिसे ओनाक्कोडी कहा जाता है। मलयालम में इसका मतलब “नया कपड़ा” होता है। त्योहार के दौरान लोग एक-दूसरे को उपहार स्वरूप नए कपड़े देते हैं।
पीएम मोदी के लिए बुनकर का अनुभव
इलायावुर निवासी के.वी. सहजा, जो पिछले 20 सालों से बुनाई में माहिर हैं, कहते हैं कि वे पिछले तीन साल से प्रधानमंत्री के लिए ओनाक्कोडी तैयार कर रहे हैं। इस बार उन्होंने दो डिज़ाइन पीएम के लिए और सात अन्य मंत्रियों के लिए एक-एक डिज़ाइन तैयार किए हैं, यानी कुल नौ अलग-अलग डिजाइन तैयार किए जा रहे हैं।
सहजा बताते हैं कि ओनाक्कोडी का निचला हिस्सा तैयार करने के लिए अलग-अलग पैडल का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे कपड़े पर परंपरागत जटिल डिज़ाइन उभरकर सामने आता है।