दिल्ली/श्रीनगर/रायपुर: कश्मीर के पहलगाम में हिन्दू टूरिस्टों को चुन-चुन कर गोली मारने के मामले ने कई टूरिस्ट परिवारों को झकझोर दिया है। घटना की असलियत सामने आने के बाद सैकड़ों सैलानियों ने श्रीनगर की यात्रा रद्द कर दी है। एयरलाइन्स कंपनियों के सामने दर्जनों यात्रियों ने अपने टिकट कैंसल कर नियमानुसार भुगतान के लिए पत्राचार भी किया है। टिकट वापसी और डायवर्ट टिकट को लेकर कई यात्री एयरलाइन्स कंपनियों के कर्मियों से जूझते नजर आये।

रायपुर, इंदौर, दिल्ली, नागपुर और हैदराबाद से श्रीनगर जाने वाले सैकड़ों टूरिस्टों ने अचानक अपनी टिकटे रद्द करना शुरू कर दिया है, इसमें ज्यादातर यात्री छत्तीसगढ़ के बताये जाते है। दरअसल, पहलगाम में घटित आतंकी घटना में रायपुर के एक कारोबारी परिवार के चपेट में आने के बाद इस सेक्टर के एयरलाइन्स यात्रियों में गहमा-गहमी मची है। कश्मीर का नजारा देख कर अंतिम समय कई टूरिस्टों ने यात्रा कैंसल कर दी है।

जानकारी के मुताबिक के कारोबारी दिनेश मिरानिया को आतंकियों ने उनके परिवार के सामने गोली मार दी। इस दौरान उनकी पत्नी और बेटे-बेटी के चेहरे पर बारूद के छींटे पड़ने से वे भी घायल हो गए। दिनेश मिरानिया अपनी सालगिरह मनाने रायपुर से कश्मीर पहुंचा था। अब पीड़ित परिवार सदमे में है। जानकारी के मुताबिक जम्मू कश्मीर के स्विजरलैंड कहे जाने वाले पहलगाम में मंगलवार की दोपहर अचानक आतंकियों ने दस्तक दी फिर गोलीबारी शुरू कर दी।

रायपुर के स्टील कारोबारी दिनेश मिरानिया को आतंकियों ने पत्नी, बेटे और बेटी के आंखों के सामने गोली मार दी। परिवार रोता-चीखता रहा, लेकिन आतंकी नहीं पसीजे। बताते है कि हरी-भरी वादियों में सैर-सपाटे का लुफ्त उठा रहे कई सैलानियों से उनका धर्म पूछ कर गोली मारी गई। इस दौरान दिनेश की पत्नी और उनके बच्चों के चेहरे पर बारूद के छींटे पड़ने से गहरे घाव हो गये। जानकारी के मुताबिक 45 वर्षीय दिनेश मिरानिया की कल शादी की सालगिरह थी।

वे परिवार के साथ बैसरन घाटी में खुशियां मना रहे थे, उनकी पत्नी नेहा, बेटा शौर्य और बेटी लक्षिता अपने माता-पिता के साथ मौजूद थे। तभी अचानक आतंकी मौके पर पहुंचे और कई पर्यटकों को गोलियों से भून डाला। बताया जाता है कि दिनेश मिरानिया का पोस्टमार्टम के बाद शव रायपुर रवाना कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के सैकड़ों पर्यटकों ने इन दिनों कश्मीर में डेरा डाला हुआ है। घटना के बाद लोगों की घर वापिसी जोरो पर बताई जा रही है।

श्रीनगर एयरपोर्ट में यात्रा रद्द कर कई सैलानी पहुंचे हुए है। यहाँ से अन्य सुरक्षित इलाकों के लिए फ्लाइट की तलाश में जुटे सैलानियों के चेहरे पर मातम छाया हुआ है। वो तस्दीक कर रहे है कि मृतकों के सरकारी और गैर-सरकारी आंकड़ों में काफी अंतर है। सरकार के द्वारा लगभग 2 दर्जन पर्यटकों की मौत का आंकड़ा जारी किया गया है, जबकि प्रत्यक्षदर्शी पर्यटक इस आंकड़े को काफी कम आंक रहे है, धर्म पूछ कर दर्जनों पर्यटकों पर फायरिंग की गई थी। उनके मुताबिक मृतकों का गैर-सरकारी आंकड़ा भयावह है।