मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जिलों में झंडावंदन के लिए मंत्रियों की जारी सूची में ही कई राजनीतिक संदेश दे दिए हैं। अब समझने वाले समझ जाएँ, तो अच्छा , न समझे तो अच्छा। झंडावंदन की सूची में कोई फार्मूला नहीं दिखाई देता। याने न प्रभार जिला और न ही गृह जिला। 15 अगस्त में तो मुख्यमंत्री राजधानी में ध्वजारोहण करते हैं। इस बार भी फहराएंगे। यह परंपरा है। रायपुर के बाद छत्तीसगढ़ का महत्वपूर्ण जिला बिलासपुर को माना जाता है। बिलासपुर को न्यायधानी कहा जाता है और यह राजनीतिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी काफी महत्व रखता है, इस बार यहां उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल तिरंगा फहराएंगे ।
उमेश पटेल बिलासपुर के प्रभारी मंत्री भी नहीं हैं और न ही उनका विधानसभा क्षेत्र इस जिले में आता है। वरिष्ठता के मामले में उमेश पटेल कई मंत्रियों से जूनियर हैं और पहली बार मंत्री बने हैं। पिछली दफे बिलासपुर में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने झंडावंदन किया था। मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे ताम्रध्वज साहू और टी. एस. सिंहदेव को न तो गृह जिले और न ही संभागीय मुख्यालय में झंडावंदन के लिए अधिकृत किया गया। ताम्रध्वज साहू महासमुंद और सिंहदेव बलौदाबाजार में ध्वजारोहण करेंगे । ताम्रध्वज साहू महासमुंद के प्रभारी मंत्री भी नहीं हैं। सिंहदेव ने 2019 में जांजगीर में झंडावंदन किया था। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत झंडा फहराने पिछले साल दुर्ग गए थे। वे इस साल कोरबा में ध्वजारोहण करेंगे । डॉ. महंत के लिए कोरबा राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। कोरबा संसदीय क्षेत्र से उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत सांसद हैं और वे भी एक बार सांसद रह चुके हैं।
मुख्यमंत्री के करीब कहे जाने वाले रविंद्र चौबे दुर्ग में झंडा फहराएंगे । दुर्ग संभागीय मुख्यालय के साथ मुख्यमंत्री का गृह जिला है, वहीँ रविंद्र चौबे की राजनीतिक जमीन दुर्ग जिले में गहरी है , भले अब उनका विधानसभा क्षेत्र बेमेतरा जिले में आता है। डॉ. महंत और रविंद्र चौबे को उनकी पसंद के जिले में झंडावंदन का मौका दिए जाने के कई राजनीतिक सन्देश निकाले जा रहे हैं। मोहम्मद अकबर अपने प्रभार वाले जिले राजनांदगांव में झंडावंदन करेंगे। मंत्री जयसिंह अग्रवाल दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर के प्रभारी मंत्री हैं और कोरबा से विधायक हैं, लेकिन वे इस बार गौरेला-पेंड्रा- मरवाही जिले में झंडा फहराएंगे। मरवाही उपचुनाव के प्रभारी के नाते मुख्यमंत्री से जयसिंह को सम्मानित कर दिया।
मंत्री रुद्रगुरु भी प्रभार और गृह जिले की जगह जांजगीर में ध्वजारोहण करेंगे। रुद्रगुरु कांकेर, कोंडागांव और नारायणपुर के प्रभारी मंत्री हैं। वे दुर्ग जिले के अहिवारा से विधायक हैं। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डेहरिया पिछले साल भी सरगुजा जिले में झंडा फहराया था और इस साल भी उसी जिले में फहराएंगे। उस जिले के वे प्रभारी मंत्री भी हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम इस साल बस्तर में स्वतंत्रता दिवस की सलामी लेंगे। महिला -बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया रायगढ़ में झंडावंदन करेंगी। उन्होंने पिछले साल कवर्धा में ध्वजारोहण किया था। मंत्रियों से बच गए जिलों में संसदीय सचिव ध्वजारोहण करेंगे। पिछले साल विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मांडवी और कुछ वरिष्ठ विधायकों को भी झंडा फहराने का मौका मिल गया था। इस बार संसदीय सचिव होने से मौका नहीं दिया गया।