रायपुर: छतीसगढ़ में सत्ता में आते ही कांग्रेस ने कबीरपंथियों को खुश करने के लिए कबीर शोध संस्थान की स्थापना की थी. ये और बात है कि तीन साल में इस संस्थान पर हुए खर्च और कार्य शोध का विषय बन गए हैं. ठीक ऐसे ही कबीरपंथियों पर सरकारी संरक्षण में हमले शुरू हो गए हैं. हद तो तब हो गई जब इस के पंथ के प्रमुख का दर्द छलक आया. नाराज़ संत ने चेतावनी देते हुए फेसबुक पर जो इबारत लिखी उससे प्रदेश में राजनैतिक हलचल तेज़ हो गई है.
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए प्रकाश मुनी साहब ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से एक पोस्ट किया। इसमें उनके घर की छत के ऊपर अतिक्रमण की तस्वीर थी। इसके साथ उन्होंने लिखा, रायपुर में मेरे घर में किचन के छत के ऊपर एक कांग्रेसी नेता के द्वारा छज्जा डाला जा रहा है। मना करने पर गाली-गलौच किया जा रहा है। इसी गुंडागर्दी के कारण मैं कांग्रेस को पसंद नहीं करता।
जानकारी के मुताबिक प्रकाश मुनी नाम साहब, कबीरपंथ की प्रतिष्ठित दामाखेड़ा पीठ के गद्दीनशीन हैं। वे संत धर्मदास की 42वीं पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। संत धर्मदास, कबीरदास जी के शुरुआती शिष्यों में से एक थे। मध्य भारत में कबीर पंथ को प्रचारित करने में संत धर्मदास और उनके वंशजों की बड़ी भूमिका रही है। छत्तीसगढ़ में कबीरपंथियों की बड़ी तादाद है। अकले दामाखेड़ा गद्दी से जुड़े लोगों की संख्या 40 लाख से ज्यादा बताई जाती है। चुनाव में भी इस वर्ग का वोट पाने के लिए कई नेता और उनकी पार्टी कबीर आश्रम का चक्कर लगाते दिखाई देती हैं. छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कबीरपंथियों का वोट पाने के लिए कड़ी मशक्कत की थी.
लेकिन अब कबीर पंथी प्रमुख के घर पर ही कांग्रेसी नेता का अतिक्रमण चर्चा में है. आरोप है कि रायपुर में कांग्रेस के एक नेता ने कबीर पंथ के प्रमुख प्रकाश मुनी साहब के घर के ऊपर अतिक्रमण कर छज्जा डाल दिया है। मना करने पर कांग्रेस नेता के लोगों ने गाली-गलौज भी की है। प्रकाश मुनी साहब ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा है, इसी गुंडागर्दी के कारण मैं कांग्रेस को पसंद नहीं करता।
फेसबुक पर यह जानकारी सामने आते ही प्रदेश भर के कबीरपंथ के अनुयाई भड़क उठे हैं। प्रकाश मुनी साहब के परिजन और पंथ के अनुयाइयों ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता कटोरा तालाब क्षेत्र में यह विवादित निर्माण करा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है, इस निर्माण के लिए दूसरों की संपत्ति पर भी अतिक्रमण किया गया है। प्रकाश मुनी साहब और निर्माणाधीन इमारत के बीच एक गली थी। कांग्रेस नेता ने इस गली पर भी निर्माण कर लिया है। इसकी वजह से कांग्रेस नेता की इमारत प्रकाश मुनी साहब के घर से सट गई है। उसका छज्जा उनकी छत के ऊपर निकाला जा रहा है।
भडके कबीरपंथी सिविल लाइन थाने पहुंचे और लिखित शिकायत की है। हालाकि पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है। मामले को तूल पकड़ते देख कांग्रेस सकते में है.कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने इस घटना से अनभिज्ञता जताई है। उन्होंने कहा, उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो गुरुजी को अधिकारियों की जानकारी में बात लानी चाहिए। जिम्मेदार कोई भी हाे कानून उस पर कार्रवाई करेगा। उधर घटना को लेकर सुर्ख़ियों में आए ढेबर बन्धुओं की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है