
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र में सोमवार को राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यूपीए सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब भारत पर गंभीर आतंकी हमले हो रहे थे, तब तत्कालीन सरकार की चुप्पी और निष्क्रियता उनकी राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी को दर्शाती है।
जेपी नड्डा ने वर्ष 2005 के दिल्ली धमाकों, 2006 में वाराणसी और मुंबई लोकल ट्रेन ब्लास्ट की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इन भीषण हमलों के बाद भी यूपीए सरकार ने कोई निर्णायक कार्रवाई नहीं की। उन्होंने जोर देकर कहा कि “राजनीतिक नेतृत्व सशस्त्र बलों को दिशा देता है, लेकिन उस दौर में सरकार नकारात्मक और निष्क्रिय बनी रही।”
व्यापार और सुरक्षा पर सवाल
नड्डा ने पाकिस्तान के साथ तब जारी व्यापार और पर्यटन संबंधों पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जब सीमा पार से आतंकी हमले हो रहे थे, तब भी भारत-पाक व्यापार और टूरिज्म जारी था – यह दर्शाता है कि सरकार में गंभीरता की कमी थी।
ऑपरेशन सिंदूर की नीति
जेपी नड्डा ने कहा, “आज अगर भारत की सुरक्षा को चुनौती मिलती है, तो जवाब ऑपरेशन सिंदूर जैसा होता है। हम तेज, कठोर और जवाबदेह तरीके से प्रतिक्रिया देते हैं।” शाम 4 बजे गृह मंत्री अमित शाह ने भी चर्चा में भाग लिया और सरकार का पक्ष रखा।