रिपोर्टर – अरविंद यादव
महासमुंद / महासमुंद के एक निजी अस्पताल में सीबीआई व मानवाधिकार पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से छापा मारा | उनकी स्टाइल ठीक उसी तर्ज पर थी जैसे की कोई सरकारी एजेंसी हो | लेकिन असल और नक़ल की हकीकत जल्द ही सामने आ जाती है | यहां भी ऐसा ही हुआ, कुछ देर में दोनों ओर के ठगों की पहंचान हो गई | मेडिकल स्टाफ से बातचीत करने के बाद शक की सुई डॉक्टरों पर नहीं बल्कि सीबीआई और मानवाधिकार आयोग के अधिकारीयों के फर्जी होने पर टिक गई | मामले की जानकारी पुलिस को दी गई | हरकत में आई पुलिस ने एक महिला समेत तीन ठगों को गिरफ्तार किया है |
महासमुंद के स्टेशन रोड स्थित अकाल पुरख हॉस्पिटल में खुद को राष्ट्रिय मानवाधिकार संस्था का पदाधिकारी और सीबीआई का चीफ बताकर छापा मरने के अंदाज में जांच करने पहुंची टीम फर्जी पाई गई | इस सिलसिले में एक महिला सहित तीन लोगों को पुलिस ने डॉक्टर की शिकायत पर दबोचा है | उनके पास से बड़ी तादाद में मानवाधिकार आयोग संगठन के आईडी कार्ड मिले है, जिन्हे पुलिस ने फर्जी बताया है | गिरफ्तार लोगों में दो मुंबई निवासी निहाल जमन सैय्यद 34 वर्ष एवं कासिम मोहम्मद 50 वर्ष है | एक स्थानीय महिला सायरा इक़बाल शेख 37 वर्ष निवासी नयापारा महासमुंद इनके साथ छापे में थी |
पुलिस ने तीनो के खिलाफ जबरिया निजी कैम्पस में घुसने, धमकी देकर उगाही का प्रयास करने के आरोप में धरा 452, 384, 511, 294, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है |अस्पताल प्रबंधन से जुडी डॉ दिलप्रीत कौर की सुचना पर पुलिस ने मौके पर जांच की | आरोपियों के फर्जीवाड़े का संदेह होते ही तीनों को पुलिस ने दबोच लिया | बताया जा रहा है कि राष्ट्रिय मानवाधिकार संगठन और ऐसे ही नामों वाली भर्ष्टाचार निरोधक संगठन का पदाधिकारी बताते हुए जिले में कई लोग उगाही की घटनाओं को अंजाम दे रहे है |