
भारत की बेटी जैस्मिन लैम्बोरिया ने इंग्लैंड के लिवरपूल में इतिहास रच दिया है। उन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025 में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया। यह भारत का इस चैंपियनशिप में पहला स्वर्ण पदक है, जिसने पूरे देश को गर्व से भर दिया है।
57 किग्रा कैटेगरी के फाइनल मुकाबले में जैस्मिन का सामना पोलैंड की जूलिया सेरेमेटा से हुआ। पहले राउंड में वह थोड़ी पिछड़ गईं, लेकिन हौसला बनाए रखते हुए दूसरे राउंड में जबरदस्त वापसी की। उनके सटीक पंचों ने पूरे मैच का रूख बदल दिया और आखिरकार उन्होंने 4-1 के अंतर से फाइनल जीतकर जैस्मिन लैम्बोरिया गोल्ड अपने नाम किया।
इससे पहले सेमीफाइनल में जैस्मिन ने वेनेजुएला की कैरोलिना अल्काला को 5-0 से मात देकर फाइनल में जगह बनाई थी। खास बात यह है कि उनकी प्रतिद्वंदी जूलिया सेरेमेटा ने पेरिस ओलंपिक्स 2024 में सिल्वर मेडल जीता था। ऐसे में यह जीत और भी बड़ी हो जाती है।
गोल्ड जीतने के बाद जैस्मिन ने कहा कि पेरिस ओलंपिक्स में उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था, जिससे वह काफी निराश हुई थीं। लेकिन इस बार उन्होंने कड़ी मेहनत और मजबूत मानसिकता के दम पर गोल्ड हासिल किया।
वहीं दूसरी ओर, भारत की पूजा रानी 80 किग्रा कैटेगरी के सेमीफाइनल में हार गईं और उन्हें ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा।
जैस्मिन लैम्बोरिया की यह जीत न केवल भारतीय बॉक्सिंग के लिए मील का पत्थर है बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा भी है। उनकी सफलता ने साबित कर दिया कि दृढ़ निश्चय और मेहनत से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।