
जन्माष्टमी 2025: व्रत और उसकी महत्ता
आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2025 का पर्व है, जिसे हर साल श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस दिन भक्तजन लड्डू गोपाल की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं, जिससे सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। विशेषकर लोग निर्जला या जलाहार व्रत रखते हैं। लेकिन कभी-कभी गलती से व्रत टूट जाता है और ऐसे में कई लोगों को चिंता होती है कि क्या व्रत का फल मिलेगा।
व्रत टूटने पर क्या करें
अगर व्रत गलती से टूट जाए तो सबसे पहले घबराएं नहीं। भगवान श्री कृष्ण से क्षमा मांगें और गंगाजल से अपनी शुद्धि करें। अपने मन में प्रार्थना करें: “हे भगवान, मैंने अनजाने में व्रत तोड़ा है, कृपया मेरी भूल को क्षमा करें।” इस सरल प्रक्रिया से व्रत का फल प्राप्त करने का अवसर बढ़ जाता है।
व्रत टूटने पर पढ़ने योग्य मंत्र
व्रत खंडित होने पर कुछ विशेष मंत्रों का तुलसी माला से 11 बार जाप लाभकारी माना गया है:
- मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन। यत्पूजितं मया देवा परिपूर्ण तदस्तु मे॥
- ॐ श्री विष्णवे नमः क्षमा याचना समर्पयामि॥
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
पीले वस्त्र और फल का दान
व्रत टूटने पर पीले वस्त्र का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। पीला रंग भगवान श्री कृष्ण से जुड़ा है। आप गरीब या जरूरतमंद को हलवा, चिउड़े या पीले फल भी दान कर सकते हैं। ऐसा करने से माना जाता है कि भगवान श्री कृष्ण पापों को क्षमा करते हैं और व्रत का पूरा फल प्राप्त होता है।