जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले (doda district) के भद्रवाह कस्बे (Bhaderwah) में नौवें दिन भी कर्फ्यू लागू रहा और जिले की मस्जिदों के बाहर जुमे की नमाज से पहले एहतियातन अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया. पैगंबर मोहम्मद के बारे में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी (Nupur Sharma controversial remark) और उनके समर्थन में स्थानीय दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के सोशल मीडिया पोस्ट के विरोध के बीच भद्रवाह में सांप्रदायिक तनाव (communal tension) पैदा हो गया था, जिसके चलते 9 जून को कस्बे में कर्फ्यू लगा दिया गया था.
नहीं हुई कोई अप्रिय घटना
पुलिस का कहना है कि कर्फ्यू में बृहस्पतिवार को सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक और अपराह्न 3 से शाम 5 बजे तक 2 बार ढील दी गई थी. इस दौरान शांति रही और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. अधिकारियों का कहना है कि वरिष्ठ पुलिस और असैन्य अधिकारियों ने हालात का जायजा लिया और जुमे की नमाज के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए कोई ढील न देते हुए शहर में कर्फ्यू लागू रखने का फैसला किया.
अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात
एक अधिकारी ने कहा कि जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने के बाद दिन में बाद में कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए डोडा जिले में मस्जिदों के बाहर एहतियातन अतिरिक्त बल तैनात किए जाएंगे.
एक शख्स गिरफ्तार
स्थानीय पुलिस थाने में तीन प्राथमिकियां दर्ज किए जाने के बाद पिछले सप्ताह सांप्रदायिक तनाव फैलाने को लेकर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और नौ अन्य को हिरासत में लिया गया. अधिकारियों ने कहा कि भद्रवाह में कई स्थानों पर छापेमारी के बावजूद फरार एक आरोपी के घर के बाहर उसकी तलाश किए जाने संबंधी नोटिस चिपकाया गया है. ‘अंजुमन-ए-इस्लामिया’ (Anjuman e Islamia) ने प्रशासन को पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए सांप्रदायिक नफरत फैलाने वालों की गिरफ्तारी की मांग की है.
धर्मिक संगठन ने की अपील
धर्मिक संगठन के एक पदाधिकारी ने कहा कि अभी तक केवल एक समुदाय के लोगों को गिरफ्तार किया गया है या हिरासत में लिया गया है, लेकिन अन्य समुदायों के उन लोगों को छोड़ दिया गया है, जिन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से लोगों को भड़काया है. उनमें से एक ने अग्रिम जमानत का अनुरोध किया है.
इन इलाकों में किया गया प्रदर्शन
इस बीच अधिकारियों ने कहा कि जम्मू जिले में भी जुमे की नमाज के बाद सड़कों पर प्रदर्शन नहीं होने देने के निर्देश के साथ मस्जिदों के बाहर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. पैगंबर की टिप्पणी के खिलाफ पिछले एक हफ्ते में गुर्जर नगर, तालाब खटिकन और बठिंडी सहित शहर के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन देखा गया था.
