Jaipur Flat Fraud: एक ही फ्लैट की बार-बार रजिस्ट्री, चार बैंकों से करोड़ों के लोन लेने वाला नटवरलाल गिरफ्तार, BMW से फेंकने जा रहा था कचरा….

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जयपुर: Jaipur Flat Fraud: जयपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने देवेंद्र सिंघल नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसकी लंबे समय से तलाश थी. सिंघल के खिलाफ मुहाना थाने में लक्ष्मण प्रसाद शर्मा ने फ्लैट खरीदने में धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज करवाया था.

देश की राजधानी दिल्ली से लेकर यूपी और राजस्थान सहित अन्य मेट्रो शहरों में फ्लैट खरीदने-बेचने के नाम पर बड़ी धोखाधड़ी हो रही है. बहुत से शातिर मासूम और घर खरीदने के इच्छुक लोगों को अपना शिकार बनाते हैं और उनको फ्लैट दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करते हैं और तमाम विवादों में फंसा देते हैं. ऐसा ही कुछ किया था देवेंद्र सिंघल उर्फ देवेंद्र सिंह ने. पुलिस ने इस शातिर नटवरलाल को धर दबोचा है. मिली जानकारी के अनुसार देवेंद्र सिंघल अपनी बेश कीमती कार BMW से घर का कचरा फेंकने जा रहा था. इसी दौरान पुलिस ने देवेंद्र सिंघल को गिरफ्तार किया है.

जयपुर में एक बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जहां देवेंद्र सिंघल नामक व्यक्ति ने फ्लैट खरीदने के नाम पर 50 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है. पीड़ित लक्ष्मण प्रसाद शर्मा ने जयपुर के मुहाना थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था, जिसमें बताया गया था कि देवेंद्र ने पहले से बेचे हुए फ्लैट को लक्ष्मण समेत तीन अन्य लोगों को बेच दिया था. पुलिस ने देवेंद्र को लंबे समय से तलाश की थी और हाल ही में उसे गिरफ्तार किया है.

पुलिस शिकायत के अनुसार, आरोपी देवेंद्र सिंघल ने बेचे गए फ्लैट पर चार बैंकों और फाइनेंस कंपनी से करोड़ों रुपए का लोन भी उठा रखा था. यह एक बड़ी धोखाधड़ी का मामला है, जहां देवेंद्र सिंघल ने एक ही फ्लैट को कई लोगों को बेचने का अपराध किया है. देवेंद्र सिंघल के पास एक गैंग भी थी, जिसमें शामिल लोगों के नाम से एक ही फ्लैट की बार-बार रजिस्ट्री कराता था. यह एक बड़ा धोखाधड़ी का रैकेट था, जिसमें कई लोग शामिल थे. पुलिस ने अब देवेंद्र सिंघल को गिरफ्तार कर लिया है और

देवेंद्र के पुलिस विभाग के कई बड़े IPS अधिकारियों के साथ संपर्क होने की बात सामने आई है, जिसका फायदा उठाकर वह धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे रहा था. मुहाना थाने के एएसआई करण सिंह ने अपनी जांच में देवेंद्र को दोषी पाया है. देवेंद्र की गिरफ्तारी के बाद थाने में पीड़ितों की लंबी कतार लग गई, जिनमें कई पुलिस अधिकारी भी शामिल थे। फ़िलहाल पुलिस आगे की जांच कर रही है।