अहिंसा यात्रा को लेकर जैन संत आचार्य श्री महाश्रमण जी 55 साधु साध्वियों के साथ छत्तीसगढ़ किए आगमन, चार राज्यों के सीमा सुकमा जिला के कोंटा बार्डर पर सांसदीय सचिव रेखचंद जैन आला अधिकारियों व मुस्लिम समाज के लोगों ने किया स्वागत

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रिपोर्टर-रफीक खांन

सुकमा – अहिंसा यात्रा पर निकले जैन संत आचार्य श्री महाश्रमण जी का स्वागत छत्तीसगढ़ के धरती पर कदम पड़ने पर उनका भव्य स्वागत किया गया । चार राज्यों के सीमा तेलंगाना आंध्रप्रदेश उड़ीसा छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला बार्डर कोंटा में आज सुबहा पैदल अहिंसा यात्रा पर निकले जैन संत आचार्य श्री महाश्रमण जी व साधु साध्वियों की अगुवाई करने जगदलपुर विधायक सांसदीय सचिव रेखचंद जैन स्वयं पहूंच थे । सोमवार के बड़ी सुबहा जैन समाज के आचार्य व उनके साथ पैदल यात्रा पर निकले 55 साधु साध्वियों का दल एक बड़े काफिले के साथ छत्तीसगढ़ कोंटा पहूंचा । आचार्य श्री महाश्रमण जी व साधु साध्वियों के स्वागत में कोंटा नगर में जगह जगह उनके स्वागत के लिए प्लेक्स लगाए गए थे । सांसदीय सचिव रेखचंद जैन एक दिन पहले से कोंटा पहूंच गये थे। जहाँ इन्होंने व्यवस्था पर लगे कोंटा एसडीएम व प्रशासनिक कर्मचारियों अधिकारियों के साथ एवंम मुस्लिम समाज के लोगों साथ मिलकर कोंटा बार्डर पर उन्हे प्रणाम करते हुए स्वागत किया । इस दौरान सांसदीय सचिव के साथ कोंटा मुस्लिम समाज के प्रमुख नूर अली आफिज़ रियाज सहाब आफिज़ साज़िद सहाब वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शेख मुनीर ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष युवा नेता वहीदुल्ला खांन एसडीएम बनसिंह नेताम खंड शिक्षा अधिकारी एस के दीप बीआरसी महेन्द्र बहादुर सिंह सहित थाना प्रभारी शिवानंद सिंह मौजूद थे ।

यह अहिंसा यात्रा बीते 9 नवंबर 2014 को दिल्ली से प्रारंभ हुई थी । और आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी कुछ महत्वपूर्ण बातों को जोड़कर यात्रा प्रारंभ की थी । मुख्य उद्देश्य सद्भावना नैतिकता और नशा मुक्ति इन तीन चीजों के योग्य से हम देश में एक सुंदर वातावरण तैयार कर सकने । एक सुंदर स्वच्छ समाज की रचना करने । तथा एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करने के उद्देश्य से की गई है । 3 देशों एवं 19 राज्यों की यात्रा संपन्न कर । आज देश के बीसवां राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ में या अहिंसा यात्रा प्रवेश किया है । अनेकों वर्षों से आचार्य जी अपने साधु साध्वियों के माध्यम से पूरे देश में नैतिकता की जागृता प्रमाणिकता का पाठ व अच्छे स्वस्थ जीवन जीने की प्रेरणा लोगों को देते आ रहे हैं । तेरा पंथ धर्म के एक प्रभावी आचार्य होने के नाते छोटी सी अवस्था में साधुत्व ग्रहण कर अचार्य तुलसी आचार्य महाप्रज्ञ के सानिध्य में रहकर अपने जीवन में आध्यात्मिक विकास करते अपने धीर गंभीर सुझाव एवं भेज और सहनशक्ति के कारण तेरह पंत जैसे एक विशेष धर्म संप्रदाय का आचार्य होने का गौरव प्राप्त किए आचार्य श्री महाश्रमण जी का दल सुकमा जिला के कोंटा विकास खंड के फंदीगुड़ा गाँव तक पहूंचा है ।

इस यात्रा व अपने आचार्य के छत्तीसगढ़ प्रदेश को लेकर जैन समाज अत्यंत प्रसंग है । छत्तीसगढ़ के धरती को स्पर्श करने और उनके प्रेरणा दाई प्रवचन को सुनने तथा छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ जनता के अंदर भी अच्छे जीवन जीने की प्रेरणा जगाने को लेकर जैन समाज नतमस्तक है । 14 फरवरी 2021 से 21 फरवरी 2021 तक मर्यादा महोत्सव का आयोजन रायपुर के जैनम मानस भवन एयरपोर्ट के सामने में किया जाएगा । मर्यादा महोत्सव समिति के अध्यक्ष महेंद्र धाड़ीवाल हैं और महामंत्री के रूप में नरेंद्र दूग्गड़ को चयन किया गया है । दोनों ही सदस्यों के नेतृत्व में जैन समाज के सभी लोग उत्सुक हैं । और इंतजार कर रहे हैं उस पावन प्रसंग का जब आचार्य रायपुर प्रवेश करेंगे । आचार्य प्रवर की पदयात्रा लगभग इन अहिंसा यात्रा के माध्यम से पिछले वर्षों में 15,000 से अधिक किलोमीटर की यात्रा की है। इस यात्रा में आचार्य जी के साथ 55 साधु साध्वी मौजूद हैं । वही 70 साधु साध्वी नागपुर होते हुए रायपुर पहुंच रहे हैं