छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग की जारी छापेमारी का क्या है सूर्या सैटेलाइट कनेक्शन ? छापों में बड़े पैमाने पर बेनामी निवेश और टैक्स चोरी के हाथ लगे सबूत, लाखो के गहनों को लेकर पूछताछ जारी 

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रायपुर : छत्तीसगढ़ में आज सुबह से जारी आयकर विभाग की छापेमारी में करोडो के नामी – बेनामी निवेश के दस्तावेज बरामद होने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि आधा दर्जन से ज्यादा बड़े कारोबारियों के ठिकानो में हुई दबिश में लाखो के गहनों को लेकर पूछताछ की जा रही है। आयकर की छापेमार कार्यवाही में लगभग एक सैकड़ा अफसरों ने विभिन्न ठिकानो में धावा बोला है। रायपुर, दुर्ग भिलाई समेत अन्य इलाको में बिल्डर, ट्रांसपोर्टर्स समेत कोल सप्लायर के ठिकानों पर छापेमारी जारी है।

बताते है कि आज सुबह रायपुर, सहित अन्‍य जिलों में करीब 50 से ज्यादा आयकर अधिकारियो की अलग – अलग टीम कई ठिकानों पर पहुंची थी। सुबह आयकर अधिकारियों और CRPF के जवानो को देखकर लोगो को यह समझने में देर नहीं लगी की कारोबारियों के यहां आयकर ने छापा मारा है। बताया जा रहा है कि अब तक की कार्यवाही में बड़े पैमाने पर टैक्‍स चोरी और बेनामी निवेश के दस्तावेज तीन कारोबारियों के ठिकानों से मिले है। यही नहीं लाखों के गहनों को लेकर पूछताछ की जा रही है। हालांकि अभी आयकर विभाग की ओर से इस कार्यवाही को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर में आरके रोडवेज, स्वास्तिक ग्रुप, बंसल इंफ्रा, प्राइवेट लिमिटेड के दफ्तरों के अलावा शंकर नगर और देवेंद्र नगर में आयकर विभाग की दबिश कुछ चर्चित कारोबारियों के ठिकानो में चल रही है। वहीं दुर्ग-भिलाई में सरकारी संस्थानों में सप्लायर, और ठेकेदारी करने वाले कारोबारियों के ठिकानो में पड़ताल जारी है। बताते है कि भिलाई में फाइनेंस कारोबारी कमलेश वैध के घर और दफ्तर पर आयकर की टीम डटी है। बताया जा रहा है कि दुर्ग – भिलाई में करीब आधा सैकड़ा आयकर अधिकारी जाँच में शामिल है। जबकि 2 अन्य टीम बिलासपुर और रायगढ़ में रवाना होने की खबर है। 

सूत्रों द्वारा बताया जाता है कि IT की ताजा छापेमारी कोयला दलाल सूर्यकांत तिवारी के ठिकानो से बरामद कुछ दस्तावेजों की प्रमाणिकता के बाद अंजाम दी गई है। बताया जाता है कि सूर्यकांत के ठिकानो से बरामद किसी डायरी में कई कारोबारियों का लेनदेन समेत नंबर 1 और 2 का लेखा – जोखा दर्ज पाया गया था।

सूत्र बताते है कि केंद्रीय एजेंसियों ने इसी पड़ताल को अपने हाथो में लिया था। हालियां जाँच के बाद हरकत में आई आयकर टीम ने अब उन ठिकानो का रुख किया है जो सत्ता और उसके करीबी नेताओं के साथ रोजाना करोडो का कारोबार कर रहे थे। सूत्र बताते है कि भिलाई के एक बिल्डर के ठिकानो से अधिकारियो को कई ऐसे दस्तावेज मिले है, जिसमे सत्ताधारी दल के नेताओ के नाते – रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी गई संपति का ब्यौरा है। बताते है कि ब्लैक मनी खपाने के माइक्रो मैनेजमेंट को देखकर आयकर टीम हैरत में है।