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भारत में कई ट्रेनों में आइसोलेशन वॉर्ड, बोगियों को आइसोलेटेड कोच में तब्दील किये जाने की तैयारी ने रफ़्तार पकड़ी, देखिए तस्वीरें

दिल्ली वेब डेस्क / भारत में ट्रेनों के डिब्बों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया जाना शुरू हो गया है | दुनिया में भारत ऐसा पहला  जहाँ ट्रेनों को आइसोलेशन वार्ड में बदलने की पहल की गई है | इससे अस्पताल में मरीजों का दबाव कम होगा | हालाँकि इसे देश में कोरोना वायरस से लड़ने की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। 

कोरोना के संभावित संक्रमण को देखते हुए भारत सरकार तमाम नए चिकित्सा केंद्र स्थापित करने में जुटी है | कोरोना से संक्रमित लोगों को आइसोलेशन में रखने के लिए ट्रेनों की बोगियों को तैयार किया जा रहा है। मरीजों के लिए कैबिन तैयार किए जा रहे हैं। इसके लिए ट्रेन की बोगियों में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। जरूरी सामान रखे जा रहे हैं। ट्रेनों को सेनेटाइज करने के बाद उसके एक-एक कोच को एक वार्ड के रूप में इस्तेमाल करने पर विचार किया जा रहा है। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने कहा कि हम आतंरिक इलाकों या जिस भी क्षेत्र को कोच की जरूरत होगी, वहां सेवा देंगे।

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मरीजों की सुविधा के लिए बीच के बर्थ को एक तरफ से हटाया गया है, साथ ही सामने वाली सभी तीनों सीटों को भी हटाया गया है। बर्थ पर चढ़ने के लिए लगाई गईं सभी सीढ़ियों को भी निकाल दिया गया है। आइसोलेशन कोच तैयार करने के लिए बाथरूम, खिड़की, गलियारे और दूसरी जगहों पर भी फेरबदल किया गया है। कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने के लिए भारतीय रेलवे के आइसोलेशन कोच तैयारी दुनिया में सुर्ख़ियों में हैं। अब तक ऐसी पहल कही नहीं हुई | 

बताया जाता है कि रेलवे मंत्रालय ने रायबरेली और चेन्नई में कोच बनाने वाले रेल कारखानों से कहा है कि वो इस तरह के कोच बनाएं, जिन्हें आइसोलेशन वार्ड के तौर पर इस्तेमाल किया जा सके। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने पर उन्हें ट्रेनों के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जा सके।

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