रिपोर्टर – निशांत चौधरी
नई दिल्ली वेब डेस्क / दुनिया के सब से ताकतवर एवं विकसित देश अमेरिका मे कोरोना की सब से जादा मार देखी जा रही हे ,यहाँ के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिछले करीब दस दिनों से मलेरिया की दवा का सेवन कर रहे हैं। ट्रंप ने खुद इस बात को स्वीकार किया कि वह अपनी ही सरकार की तरफ से दी गई चेतावनियों के बावजूद कोरोना वायरस से बचाव के लिए मलेरिया की दवा का सेवन कर रहे हैं। हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन मलेरिया की दवा है जो दुनिया भर में कोरोना के मरीजों दी जा रही है।
संवाददाताओं से बात करते वक्त ट्रंप ने कहा कि वह लगभग डेढ़ हफ्ते से इस दवा, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और जिंक सप्लीमेंट का रोजाना सेवन कर रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप का केहना है की उन्होंने इस दवा को खाने के लिए व्हाइट हाउस के डॉक्टर से सुझाव मांगा था और उनकी अनुमति के बाद ही वो इसका सेवन कर रहे है। हालांकि, ट्रंप कोरोना पॉजिटिव नहीं हैं इसलिए इन दवा के सेवन की उनको कोई आवश्कता नहीं है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने मलेरिया के इलाज में इ्रस्तेमाल होने वाली दवा के दुष्प्रभाव बताए हैं और कहा है कि इसके अधिक इस्तेमाल से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा है। यह भी बताया कि कोविड-19 के लिए यह सटीक इलाज नहीं है।
ट्रंप ने हमेशा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की दवा को कोरोना वायरस के इलाज के लिए सटीक बताया है। एफडीए ने पिछले महीने लोगो को इसके दुष्प्रभाव से बचाने के लिए चेतावनी जारी की थी कि इस दवा का इस्तेमाल अस्पताल के बाहर नहीं किया जाना चाहिए। भारत ने पिछले महीने दुनिया के कई देशो को इस दवा का सप्लाई किया है। अमेरिका में भी कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की भरी मात्रा मे सप्लाई की अनुमति दी थी। अमेरिका मे इस समय कोरोना से करीबन 90,694 लोगो की जान जा चुकी है।