वैभव सूर्यवंशी की उम्र उस दौरान 10 वर्ष थी, पिता संजीव ने उस दौरान ही ठान लिया था कि उन्हें अपने बेटे को क्रिकेटर बनाना है। इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी जमीन बेच दी, लेकिन उन्हें यह नहीं मालूम था कि तीन वर्ष के अंदर ही उनका बेटा उनके सपने को पूरा कर देगा। आईपीएल की बोली में 13 वर्ष के वैभव को 1.10 करोड़ रुपये में राजस्थान रॉयल्स ने अपने साथ जोड़ लिया। आईपीएल के इतिहास में वैभव किसी भी टीम से जुड़ने वाले सबसे युवा क्रिकेट बन गए।
समस्तीपुर से 15 किलोमीटर दूर मोतीपुर गांव में खेती योग्य जमीन को बेचने वाले संजीव के पास बेटे को राजस्थान की ओर से लिए जाने के बाद कोई शब्द नहीं हैं। वह कहते हैं कि वैभव अब उनका बेटा नहीं बल्कि पूरे बिहार का बेटा है। संजीव के मुताबिक उनके बेटे ने आठ वर्ष की उम्र में ही कठिन मेहनत की और जिले के अंडर-16 ट्रायल में सफलता हासिल की। वह बेटे को कोचिंग के लिए समस्तीपुर ले गए, लेकिन उन्हें वापस लौटना पड़ा। इसके बाद उन्होंने अपनी जमीन बेच दी।
संजीव बताते हैं कि हालात अभी तक नहीं सुधरे हैं। वैभव की उम्र संबंधी विवादों पर संजीव कहते हैं कि जब वह साढ़े आठ साल का था तो बीसीसीआई की ओर से उसकी हड्डियों का टेस्ट हुआ था। वह कहते हैं कि उन्हें इस बारे में किसी का डर नहीं है। हम आगे भी किसी टेस्ट तक जा सकते हैं। वैभव की उम्र को 15 साल का बताया जाता है। संजीव के मुताबिक राजस्थान ने वैभव को नागपुर में ट्रायल के लिए बुलाया था।
आईपीएल नीलामी में 13 साल के वैभव सूर्यवंशी को राजस्थान रॉयल्स ने 1.10 करोड़ रुपये में खरीदा। इस खिलाड़ी का बेस प्राइस 30 लाख रुपये था और वह अपने बेस प्राइस से लगभग चार गुना ज्यादा दाम पर बिके। वह आईपीएल नीलामी इतिहास में बिकने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। बिहार के वैभव ने सिर्फ 13 साल और 242 दिनों की उम्र में आईपीएल नीलामी के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए सबसे कम उम्र के खिलाड़ी के रूप में इतिहास रच दिया था। अब उन्हें टीम भी मिल गई है। वैभव के लिए राजस्थान और दिल्ली कैपिटल्स के बीच लड़ाई थी।
घरेलू क्रिकेट में धमाल मचा चुके
वैभव घरेलू सर्किट में काफी धमाल मचा चुके हैं। इस बाएं हाथ के बल्लेबाजी ने बहुत कम उम्र में ही अपने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया है। जनवरी 2024 में बिहार के लिए प्रथम श्रेणी में डेब्यू करने के बाद, सूर्यवंशी ने सितंबर भारत U19 बनाम ऑस्ट्रेलिया U19 यूथ टेस्ट सीरीज के दौरान एक शानदार शतक के साथ सभी का ध्यान आकर्षित किया था। सूर्यवंशी आगामी अंडर-19 एशिया कप में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
हाल ही में भारत और ऑस्ट्रेलिया की अंडर-19 टीमों के बीच दो मैचों की अनाधिकारिक टेस्ट सीरीज खेली गई थी। इसमें बिहार के लाल ने महज 58 गेंदों में शतक जड़ा था। अब वह इंग्लैंड के बल्लेबाज मोईन अली से महज सिर्फ एक स्थान पीछे हैं। उन्होंने 2005 में अंडर-19 में 56 गेंदों में शतक जड़ा था। इसी के साथ वैभव ने अंडर-19 टेस्ट में किसी भारतीय द्वारा सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड बना लिया है। युवा खिलाड़ी ने अपनी दमदार पारी के दौरान 14 चौके और चार शतक लगाए। वह मात्र 62 गेंदों पर 104 रन बनाकर रन आउट हो गए।