सरगुजा/ रायपुर – कोविड-19 के इस विषम परिस्थिति में पुलिस के अधिकारी कर्मचारी बड़ी शिद्दत से अपनी ड्यूटी निभा रहे है । कोरोना वारियर्स के रूप में इनका कार्य काबिले तारीफ रहा है लेकिन अब सरगुजा के इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह ने वीडियो जारी कर अपना दर्द बताया है और जिले के एडिशनल एसपी पर गंभीर आरोप लगाया है । देखे इस वीडियों में इंस्पेक्टर ने क्या आरोप लगाया है |
लगभग सात मिनट के इस वीडियो में निरीक्षक दिलबाग सिंह ने कहा है कि पिछले छह माह से उन जैसे पुलिस अधिकारी और आरक्षक कोरोना संक्रमण से बचाव और नियंत्रण के लिए जी जान से जुटे है। अपनों से दूर रहकर पुलिसकर्मी चौक- चौराहों में ड्यूटी कर रहे है, लेकिन यह सरगुजा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल को नजर नहीं आता। तत्कालीन एसपी के तबादले के बाद सरगुजा में वे ही एकमात्र ऐसे पुलिस अफसर है जिन्होंने उन्हें कोरोना काल मे कार्य करते देखा है। शहर की जनता भी इस बात को अच्छे से जानती है।
न्होंने कहा है कि तत्कालीन एसपी के तबादले के बाद सब कुछ जानते हुए भी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का व्यवहार सद्भावनापूर्वक नहीं रहा और पुलिस विभाग में अक्सर ऐसा होता है कि जब किसी अफसर का तबादला होता है तो अधीनस्थ अफसर, ऐसा व्यवहार करते है मानो उन्होंने उनकी सुनी न हो। निरीक्षक दिलबाग सिंह ने जोर देकर कहा है कि उन जैसे सच्चे और ईमानदार पुलिस अधिकारी का विभाग हमेशा से साथ देता रहा है। उन्हें जी हजूरी नहीं आती और इसी का परिणाम है कि आज उन्हें सार्वजनिक मंच पर दिल का बोझ हल्का करने यह वीडियो जारी करना पड़ रहा है।
निरीक्षक दिलबाग सिंह ने कहा है कि वे चार दिन से बीमार हैं। रक्षित निरीक्षक की जानकारी में वे घर मे इलाज करा रहे है।दो दिन पहले के एक घटनाक्रम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा है कि रात 11 बजे उनके पास एएसपी का फ़ोन आता है वे आदेश देते है कि वर्दी पहन कर सीधे कोतवाली पहुंचो। बकौल निरीक्षक जब उन्होंने कहा कि चार दिन से वे बीमार है और घर मे ही है तो संबंधित अफसर फोन काट देते हैं। अगले दिन उन्हें बोला जाता है कि एसपी साहब उनसे नाराज हैं और उनके खिलाफ रिपोर्ट डालने का निर्देश हुआ है।
