राजनांदगांव जिले में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने सीईओ तनुजा सलाम द्वारा किया गया कार्यों का निरीक्षण , सतत मानीटरिंग एवं गुणवत्ता युक्त कार्यों के लिए किया गया निर्देशित , कहा – गांव में  रोजगार के लिए काम की कोई कमी नहीं    

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रिपोर्टर – मनोज सिंह चंदेल 

 
राजनांदगांव /  जहां एक ओर देश में लॉकडाउन 4.0 की तैयारियां एवं योजना बनाई जा रही है वहीं राजनांदगांव में महात्मा गांधी नरेगा योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए स्तंभ की भूमिका निभा रही है। नरेगा अंतर्गत जिले मे आज दिनांक की स्थिति में 2 लाख 10 हजार श्रमिक 780 ग्राम पंचायतों मै 4100 कार्यो में संलग्न है। जिसमे मुख्य रूप से नवीन तालाब निर्माण एवं गहरीकरण कार्य, डबरी निर्माण तथा शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बारी के कार्य लिए जा रहे हैं। जिससे ग्रामीणों को गांव के अंदर ही रोजगार के अवसर प्राप्त होने से मनरेगा में बढ़ चढ़ के काम करने की अभिलाषा बनी हुई है। साथ ही नवीन सरपंचों का इस महामारी वाले संकट के समय मे ग्रामीणों को रोजगार दिलाना मुख्य उद्देश्य हो गया है। जिसे मनरेगा योजना के माध्यम से सार्थक किया जा रहा है | 
  

कार्यों के समुचित देखरेख की कड़ी में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तनुजा सलाम द्वारा लगातार कार्यों का निरीक्षण किया जा रहा है | जिसमें आज जनपद पंचायत राजनांदगांव एवं खैरागढ़  अंतर्गत  ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया गया जिसमें मोखला गौठान में निरीक्षण कर गौठान में निर्मित कंपोस्ट खाद की गुणवत्ता देखी गईं।  गौठान से लगी हुई बाड़ी में स्वयं सहायता समूह के द्वारा किये जा रहे  सब्जी उत्पादन के कार्यों को देखकर इस लाॅकडाॅउन के समय में भी स्व सहायत समुह के बाडी के कार्यो के प्रति रूचि को देखकर सराहना की गई साथ ही आने वाले समय को देखते हुए गौठान मे पर्याप्त मात्रा में चारे की व्यवस्था एवं गौठान के समिप नविन तालाब निर्माण कर मतस्य पालन हेतु तैयार कार्ययोजना यह कल्याणमल हेतु निर्देशित किया गया l

उपरवाह के गौठान का निरीक्षण कर गौठान में 24 घंटे बिजली एवं पानी की व्यवास्था के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही बाडी योजना मे विशेष ध्यान देते हुए स्वयं सहायता समुह के माध्यम से कार्य किये जाने एवं पास ही संचालीत नरवा निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया गया जिसमें गुणवक्ता पर जोर देने निर्देशित किया गया जिससे भविष्य मे जल संरक्षण हेतु योजना का सफलता पुर्वक क्रियान्वयन हो सके।

मासुल गौठान संचालन करने वाली महिलाओं से मिलकर उनकी समस्यों को सुना एवं यथा स्थल निराकरण हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत राजनांदगांव को निर्देशित किया गया। साथ ही गौठान से कुछ दुर स्थित चारगाह का निरीक्षण कर जल्द से जल्द उक्त स्थान मे चारा लगाये जाने की कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। करमतरा मे निर्मित गौठान का निरीक्षण किया गया जिसमे गौठान के समिप बाडी हेतु तत्काल भुमि चयन हेतु निर्देश दिये गये एवं गौठान के आसपास नविन तालाब निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराये जाने हेतु सत्त माॅनिटरिंग कर गुणवक्ता युक्त कार्य कराने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत खैरागढ को निर्देशित किया गया।

सहसपुर गौठान मे निर्मित कम्पोस्ट की गुणवत्ता की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा तारिफ की गई एवं यथा स्थल विक्रय की समस्या स्वयं सहायता समुह से सुनकर त्वरित कार्यवाही करते हुए उद्यानिकी विभाग से फोन पर विक्रय हेतु सहयोग करने निर्देशित किया गया जिस पर उद्यानिकी विभाग द्वारा सहमति व्यक्त की गई।

निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तनुजा सलाम के साथ अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिलीप कुर्रे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत राजनांदगांव एवं खैरागढ़ गोपाल कवर , कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा चंद्रकला कुशवाहा एवं उपेंद्र वर्मा, विकास खंड अधिकारी ग्रामीण आजीविका मिशन उपस्थित रहे एवं कार्यों के सुचारू क्रियान्वयन हेतु विकासखंड स्तर पर किए जा रहे प्रयासो की जानकारी दी |