
तमिलनाडु के करूर में तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) प्रमुख विजय की रैली के दौरान मची भगदड़ ने एक बार फिर भारत में भगदड़ हादसों की सुरक्षा चुनौती उजागर कर दी है। इस हादसे में अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
देश में 2003 से अब तक 22 बड़े भगदड़ हादसे हो चुके हैं, जिनमें लगभग 1,500 लोगों की मौत और हजारों घायल हुए। मंदिर, रेलवे स्टेशन, महाकुंभ, राजनीतिक और सांस्कृतिक आयोजनों में भीड़ नियंत्रण की कमी इन त्रासदियों की प्रमुख वजह रही है।
कुछ प्रमुख हादसों की सूची इस प्रकार है:
इंदौर, 31 मार्च 2023: रामनवमी हवन समारोह में 36 लोग मरे।
IPL 2025, बेंगलुरु: चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जश्न के दौरान 11 लोगों की मौत।
महाकुंभ, इलाहाबाद 29 जनवरी: मौनी अमावस्या स्नान के दौरान 30 लोगों की जान गई।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, 15 फरवरी 2025: प्लेटफॉर्म पर भगदड़ में 18 मौतें।
गोवा, शिरगांव मंदिर, 3 मई 2025: 6 लोगों की मौत, करीब 100 घायल।
तिरुमाला हिल्स, 8 जनवरी 2025: 6 श्रद्धालुओं की मौत।
हैदराबाद, 4 दिसंबर 2024: फिल्म स्क्रीनिंग में 35 वर्षीय महिला की मौत।
हाथरस, 2 जुलाई 2024: सत्संग में 121 लोगों की मौत।