भारत और अमेरिका के अधिकारियों ने 2+2 तंत्र के तहत 25 अगस्त को वर्चुअली बैठक की। यह बैठक दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रालयों के बीच अंतर-सत्रीय वार्ता का हिस्सा थी। अधिकारियों ने व्यापार और निवेश, ऊर्जा सुरक्षा, आतंकवाद-निरोध और रक्षा सहयोग जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा की।
व्यापार और ऊर्जा सुरक्षा पर जोर
विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने व्यापार और निवेश के अवसरों, असैन्य परमाणु सहयोग, महत्वपूर्ण खनिजों की खोज, मादक पदार्थों और आतंकवाद विरोधी सहयोग पर विचार साझा किए। बैठक का उद्देश्य द्विपक्षीय पहलों को आगे बढ़ाना और क्षेत्रीय सुरक्षा घटनाक्रमों पर चर्चा करना था।
10-वर्षीय रक्षा साझेदारी और सहयोग
बैठक में भारत-अमेरिका प्रमुख रक्षा साझेदारी के लिए नए 10-वर्षीय ढांचे पर हस्ताक्षर सहित रक्षा सहयोग बढ़ाने की योजना पर सहमति व्यक्त की गई। इसमें रक्षा उद्योग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग, परिचालन समन्वय, क्षेत्रीय सहयोग और सूचना-साझाकरण शामिल हैं। यह ढांचा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पिछली मुलाकात के दौरान अंतिम रूप दिया गया था।
अतिरिक्त टैरिफ और भविष्य की तैयारी
बैठक का आयोजन ऐसे समय हुआ जब ट्रम्प प्रशासन ने भारतीय वस्तुओं पर 25% अतिरिक्त टैरिफ 28 अगस्त से लागू करने की घोषणा की थी। बैठक का उद्देश्य द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करना और व्यापार, रक्षा और तकनीकी साझेदारी में तेजी लाना था।
