
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ की धमकी के बावजूद, भारतीय रिफाइनरी कंपनियों ने रूस से दोबारा तेल खरीदना शुरू कर दिया है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) और भारतीय पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPCL) ने सितंबर-अक्टूबर के लिए रूस से तेल का आदेश दिया है।
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि रूस द्वारा छूट बढ़ाने के बाद खरीदारी फिर से आकर्षक लगने लगी।
चीन पर पड़ सकता है असर
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय रिफाइनरियों द्वारा रूस से तेल खरीदने का असर चीन पर भी पड़ सकता है। रूस से तेल का सबसे बड़ा खरीदार चीन है। जब भारत ने पहले रूस से तेल आयात रोका था, तब चीन ने खरीद बढ़ा दी थी। अब भारत की वापसी से चीन के लिए आपूर्ति कम हो सकती है।
ट्रंप ने लगाया था 25% टैरिफ
अमेरिका ने भारत को चेतावनी दी थी कि 27 अगस्त से रूस से तेल खरीदने पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाया जाएगा। इसका उद्देश्य भारत को रूस से तेल आयात रोकने के लिए दबाव डालना था।
रूस ने बढ़ाई छूट
रूस ने अपने प्रमुख यूराल क्रूड पर छूट बढ़ाकर 3 डॉलर प्रति बैरल कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, इंडियन ऑयल और BPCL ने वरंडे और साइबेरियन लाइट सहित अन्य रूसी कच्चे तेल भी खरीदे हैं।
भारत टैरिफ के आगे नहीं झुका
इंडियन ऑयल ने हाल ही में विश्लेषकों को बताया कि आर्थिक आधार पर रूस से तेल खरीदना जारी रखा जाएगा। चीन की रिफाइनरियों ने अक्टूबर-नवंबर डिलीवरी के लिए रूस से 15 कार्गो खरीदे हैं। अब सवाल यह है कि अमेरिका इस पर क्या प्रतिक्रिया देगा।