अमेरिकी टैरिफ पर चीन का विरोध
चीनी विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा खत्म होने के अगले दिन, भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ का कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने भारत पर 50% तक टैरिफ लगाया है और इसे और बढ़ाने की धमकी दी है। चीन ने इस कदम का विरोध करते हुए कहा कि भारत-चीन सहयोग क्षेत्रीय और वैश्विक विकास के लिए जरूरी है।
आपसी विश्वास और साझेदारी पर जोर
शू फेइहोंग ने कहा कि इतने बड़े आकार के दो पड़ोसी देशों के लिए एकता और सहयोग ही साझा विकास का रास्ता है। उन्होंने साफ किया कि भारत और चीन को प्रतिद्वंद्वी नहीं, बल्कि साझेदार की तरह काम करना चाहिए। दोनों देशों को रणनीतिक आपसी विश्वास बढ़ाना चाहिए और बातचीत के जरिए मतभेद सुलझाने चाहिए।
सीमा विवाद पर सहमति
शू ने बताया कि हाल ही में हुई 24वें दौर की सीमा वार्ता में दोनों देशों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने और परामर्श के जरिए विवाद सुलझाने पर सहमति जताई। इसके तहत विशेषज्ञ समूह गठित करने और पूर्वी व मध्य क्षेत्रों में सामान्य-स्तरीय तंत्र बनाने का फैसला हुआ है।
व्यापार और नदी सहयोग
व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों ने तीन पारंपरिक सीमा व्यापार बाजारों को फिर से खोलने पर सहमति जताई। इसके अलावा, सीमा-पार नदियों पर सहयोग बढ़ाने और आपातकालीन स्थितियों में जल जानकारी साझा करने पर भी सहमति बनी।
