नई दिल्ली: विश्व कप टी20 फाइनल में आज भारत का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से है। 17 साल बाद भारत के सामने चैम्पियन बनने का सुनहरा अवसर है। भारतीय टीम आत्मविश्वास से भरी नजर आ रही है। शुरुआती बेटिंग आर्डर भी फार्म में है। इससे जीत की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। कप्तान रोहित शर्मा की टीम टी20 विश्व कप के फाइनल में आज दक्षिण अफ्रीका के सामने कड़ी चुनौती पेशकर सकती है। बेटिंग और बॉलिंग के मामले में भारतीय टीम का पलड़ा शुरू से ही भारी रहा है।
यह मैच बारबाडोस के केनसिंगटन ओवल में खेला जाएगा। 2007 की विजेता भारतीय टीम के पास 17 साल बाद फिर से टी20 विश्व चैंपियन बनने का मौका है। भारतीय टीम इंग्लैंड को 68 रन से हराकर फाइनल में पहुंची है। भारत और दक्षिण अफ्रीका, दोनों अब तक इस विश्व कप में अपराजेय हैं। भारतीय टीम का यह तीसरा टी20 विश्व कप फाइनल है। वहीं, द. अफ्रीका पहली बार किसी विश्व कप के फाइनल में पहुंचा है। भारत अंतिम बार 10 साल पहले 2014 में टी-20 विश्व कप के फाइनल में पहुंचा था, जहां उसे श्रीलंका के हाथों हार मिली थी।
भारतीय टीम किसी भी प्रारूप में विश्व चैंपियन बनने का सपना पिछले 13 वर्षों से देखती आ रही है। रोहित की टीम के पास 17 वर्ष बाद टी20 विश्व कप जीतने का तो मौका होगा ही साथ में 2011 के बाद टीम इंडिया को एक बार फिर विश्व विजेता का ताज पहनाने का भी अवसर होगा। भारत ने 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद कोई आईसीसी का खिताब नहीं जीता है और 11 साल के आईसीसी के सूखे को खत्म करने का भी मौका होगा।
रोहित के लिए यह महामुकाबला मानसिक तौर पर आसान नहीं होगा। उनकी कप्तानी में भारत टेस्ट विश्व चैंपियनशिप और 2023 के वनडे विश्वकप का फाइनल खेल चुकी है, लेकिन उनकी टीम फाइनल की यह अंतिम बाधा पार नहीं कर पाई। रोहित की टीम को इसी अंतिम बाधा को पार करने का एक और मौका मिला है। यहां जीते तो करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के साथ अपने अंतिम टूर्नामेंट में कोचिंग कर रहे राहुल द्रविड, खुद उनके और विराट कोहली के लिए यह विशेष तोहफा होगा। माना जा रहा है कि रोहित और विराट का भी यह अंतिम टी-20 विश्व कप हो सकता है।
यह फाइनल उन दो टीमों के बीच है, जो अब तक टूर्नामेंट में अपराजेय हैं। भारत सात मैच जीता है, एक मैच उसका बारिश में धुला है, जबकि द. अफ्रीका लगातार आठ मैच जीतकर फाइनल में पहुंचा है। द. अफ्रीका के लिए भी यह फाइनल विशेष है, क्योंकि उनकी टीम पहली बार किसी विश्वकप के खिताबी मुकाबले में पहुंची है। वहीं, भारतीय टीम टी-20 विश्वकप का तीसरा फाइनल खेलेगी। अंतिम बार भारत 10 साल पहले 2014 में फाइनल में पहुंचा था, जहां उसे श्रीलंका से हार मिली थी।
दोनों टीमें:
दक्षिण अफ्रीका: क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), एडेन मार्करम (कप्तान), रीजा हेंड्रिक्स, ट्रिस्टन स्टब्स, हेनरिक क्लासेन, डेविड मिलर, मार्को यानसेन, केशव महाराज, कगिसो रबाडा, एनरिक नॉर्त्जे, तबरेज शम्सी, ओटनील बार्टमैन, गेराल्ड कोएत्जी, ब्योर्न फोर्टुइन, रयान रिकेलटन।
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, संजू सैमसन, मोहम्मद सिराज, यशस्वी जयसवाल।