गुरुवार को आयकर विभाग ने टैक्स चोरी के आरोप में कॉलर आईडी प्लेटफॉर्म Truecaller के भारत में दफ्तरों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई का मकसद टैक्स से जुड़े दस्तावेजों की जांच करना और जानकारी जुटाना है। Truecaller ने कहा कि वह अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रहा है। कंपनी ने एक बयान में बताया कि “7 नवंबर 2024 को Truecaller के भारत के दफ्तरों में टैक्स अधिकारियों ने दौरा किया।” यह छापेमारी बिना किसी पूर्व सूचना के हुई, और कंपनी टैक्स विभाग की ओर से आधिकारिक जानकारी का इंतजार कर रही है।
भारत में Truecaller के दफ्तर बेंगलुरु, मुंबई और गुरुग्राम में हैं। कंपनी ने कहा कि वह जांच में पूरी तरह सहयोग कर रही है और यह एक सामान्य प्रक्रिया है। स्वीडिश कंपनी Truecaller ने टैक्स के बारे में कहा है कि एक सार्वजनिक कंपनी होने के नाते उसकी सभी प्रक्रियाएं पूरी तरह पारदर्शी हैं।
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Truecaller ने साफ किया, “भारत में यह जांच एक सामान्य टैक्स ऑडिट का हिस्सा है और इसके अलावा उनके ऊपर अन्य कोई टैक्स जांच नहीं चल रही है। Truecaller ने हमेशा भारत और उन सभी देशों में अपने टैक्स का भुगतान किया है जहां कंपनी काम करती है।”
कंपनी ने बताया कि उसकी ट्रांसफर प्राइसिंग नीति अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक है, ताकि Truecaller स्वीडन और भारत, दोनों देशों के टैक्स कानूनों का सही से पालन कर सके। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, दुनिया भर में Truecaller के करीब 425 मिलियन मासिक एक्टिव यूजर्स हैं, जो इसके ऐप का इस्तेमाल नंबर पहचानने और स्पैम को ब्लॉक करने के लिए करते हैं।