उपेन्द्र डनसेना
रायगढ़। जिले की प्रतिष्ठित संस्था श्री श्याम मंडल के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय विराट श्री श्याम महोत्सव का भव्य शुभारंभ गुरुवार को होगा। आयोजन के प्रथम दिन श्याम प्रभु के भजनों की महफिल सजेगी। श्री श्याम अखण्ड ज्योति पाठ का रंगारंग श्रीगणेश गुरूवार को दोपहर 1 बजे होगा।
संस्था के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल व प्रचार मंत्री महावीर अग्रवाल ने बताया कि विशाल 11 हजार वर्ग फुट के भव्य डोम पंडाल के मध्य में 80 फुट लम्बा 40 फुट उंचा सुन्दर एवं मनभावन दरबार को भारत देश के राजस्थान प्रदेश के सीकर जिले में विश्व प्रसिद्ध श्री खाटू श्यामजी के विशाल मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है। यहां अत्याधुनिक साज सज्जा के साथ भव्य खाटू वाले श्री कृष्ण अवतार श्री श्याम बाबा का मनमोहक दरबार होगा। दरबार के दायें औघड़दानी आशुतोष भगवान शंकर एवं बाएं महाबली वीर श्री हनुमान भी शोभायमान होंगे। श्री श्याम अखण्ड ज्योति पाठ में इस वर्ष बैठने वाले महिला एवं पुरूष भक्तों की संख्या 501 होगी। अग्रवाल ने बताया कि इस सुन्दर संगीतमय अखंड ज्योति पाठ में कृष्णावतार श्री श्याम प्रभु के द्वापर युग से लेकर कलियुग तक की समस्त लीलाओं का सम्पूर्ण समावेश जिसमें श्रीकृष्ण द्वारा बरबरीक को अपना प्यारा नाम श्याम बाबा देकर कलियुग में घर-घर पूजित होने की विस्तृत कहानी का चरित्र चित्रण भजनों के साथ प्रदर्शित होगा। यह पाठ अनेक कष्टों को दूर कर चमत्कारिक मनोवांछित फल प्रदान करने वाला है। विदेशों में मनाया जाता है श्याम प्रभु का जन्मदिन उन्होंने बताया कि कार्तिक शुदी एकादशी श्री श्याम प्रभु के जन्म दिन के रूप में भव्य रूप में देश विदेशों में मनाया जाता है। फाल्गुन शुक्ल पक्ष एकादशी श्याम प्रभु के प्रकट महोत्सव के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार महाभारत के युद्ध के दौरान बीर बरबरीक ने अपनी अद्भुत बाण कला का कौशल दिखा कर भगवान श्री कृष्ण को अचंभित किया एवं श्री कृष्ण के कहने पर अपने शीश का दान देकर भगवान को प्रसन्न किया।
महाभारत के बाद श्री कृष्ण द्वारा बरबरीक के शीश को स्वयं में समाहित कर कलियुग में अपना प्यारा नाम श्याम समर्पित कर घर-घर पूजित होने का वरदान दिया। श्री कृष्ण ने अपनी 16 कलाओं का अवतारी होने एवं कलीयुग में सुमिरन मात्र से तुम्हारे भक्तों का संकट क्षण में दूर होने का भी शुभाशीर्वाद प्रदान किया। वीर बरबरीक कलियुग के प्रथम चरण में राजस्थान के सिकर जिले के खाटू धाम में श्री कृष्ण अवतार लेकर प्रकट हुए जो आज खाटूवाले श्री श्याम बाबा के रूप में जगविख्यात है। आज देश विदेश में श्री श्याम प्रभुु के करोड़ों की संख्या में अनुयायी भक्त हैं। श्याम बाबा का फूलों व मोतियों से आकर्षक श्रृंगार श्याम मंडल के सचिव राजेश चिराग ने बताया कि इस बार कार्तिक शुदी एकादशी के शुभ अवसर पर श्याम बाबा का कोलकाता के कारीगरों द्वारा फूलों व मोतियों से आकर्षक श्रृंगार किया गया है। महिलाओं एवं पुरूषों के लिए अलग अलग बेरिकेड्स बनाए हुए हैं। श्री कृष्ण अवतार श्री श्याम प्रभु की पोषाक मथुरा से विशेष रूप से मंगवाई गई है। इस शुभ अवसर पर श्याम मंडल द्वारा रायगढ़ के एवं बाहर के सभी भक्तों को अधिक से अधिक संख्या में पहुंच कर पूण्य लाभ लेने की अपील की गई है ।