जयपुर वेब डेस्क /राजस्थान में कांग्रेस सरकार पर आये संकट से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल की चिंता बढ़ गई है | सिब्बल ने पार्टी को सचेत करते हुए कहा है कि हम कब जागेंगे? उन्होंने कहा कि क्या हम तब जागेंगे जब हमारे घोड़े अस्तबल से निकल चुके होंगे | इस बीच राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने रविवार रात एक आपात बैठक बुलाई है | इसमें कांग्रेस विधायकों और मंत्री मंडल के सदस्यों के अलावा सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों को आमंत्रित किया गया है |
मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर कांग्रेस की सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया है | अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी 10 से 15 करोड़ रुपये देकर राजस्थान कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है | इस घटनाक्रम के बीच राजस्थान के एक दर्जन से ज्यादा विधायकों ने साफ़ कर दिया है कि वे समय आने पर कोई फैसला लेंगे | फ़िलहाल तो वे अपने नेता सचिन पायलट के साथ पार्टी आलाकमान को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की हकीकत बताने दिल्ली आये है | इन विधायकों ने साफ़ कर दिया है कि वे जयपुर में होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगे |
उधर इस घटनाक्रम पर कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया है कि “अपनी पार्टी के लिए चिंतित हूं, क्या घोड़ों के अस्तबल से निकलने के बाद ही हम जागेंगे?” इस ट्वीट में कपिल सिब्बल ने किसी राज्य के घटनाक्रम का जिक्र नहीं है, लेकिन ट्वीट का मजमून बता रहा है कि सिब्बल का इशारा राजस्थान की ओर है, और इस मामले में वह कांग्रेस आलाकमान से दखल की उम्मीद कर रहे हैं | उधर राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच टकराव और गहरा गया है | सचिन पायलट इस समय दिल्ली में अपने समर्थक दर्जन भर विधायक के साथ कांग्रेस आलाकमान से मिलकर अपनी समस्याएं उन्हें बताना चाहते हैं |
हालाँकि कांग्रेस आलाकमान से उन्हें अभी वक़्त नहीं मिला है | बताया जाता है कि राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने सरकार गिराने की कोशिशों के मामले में सचिन पायलट और उनके समर्थकों पर भी संदेह जाहिर किया है | SOG ने डिप्टी सीएम सचिन पायलट को इस बारे में अपना बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेज कर उनकी नाराज़गी और बढ़ा दी है | उधर कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने चुनौती दी है कि सीएम अशोक गहलोत विधायकों के खरीद फरोख्त के आरोपों को साबित करें अन्यथा राजनीति छोड़ दें |
बीजेपी ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार कांग्रेस की अंतरकलह से ग्रसित है | इसलिए सरकार में पैदा हुए घमासान को काबू करने में वे नाकाम रहे | इसलिए वो बीजेपी पर हमला कर अपनी नाकामी छिपाना चाहते हैं | 200 सीटों वाली राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के 107 विधायक हैं | इसमें पिछले साल बसपा से टूटकर कांग्रेस में शामिल हुए 6 विधायक शामिल हैं | कांग्रेस को 12 निर्दलीयों का समर्थन भी हासिल है | वहीं, बीजेपी के 72 विधायक हैं | हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के तीन विधायकों का समर्थन मिलाकर यह 75 पहुंचता है | राज्य में सरकार बनाने के लिए जादुई आंकड़ा 101 है | बताया जा रहा है कि सचिन पायलट के पार्टी से हटने से अशोक गहलोत सरकार के मुँह के बल गिरने के आसार है |