मुंबई / आमतौर पर हमारे देश में ब्रेस्ट मिल्क मुहैया कराने को लेकर ना तो जागरूपता है और ना ही इसका चलन | जबकि विदेशों में इसके ठीक उलट गर्भवती माताए ब्रेस्ट मिल्क को जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचाने में कोई परहेज नहीं करती | ऐसी ही एक महिला ने देश में ब्रेस्ट मिल्क मुहैया करा कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में अभिनव प्रयास किया है |
दरअसल 42 साल की फिल्ममेकर और प्रोड्यूसर निधि परमार हीरनंदानी ने कुछ माह पहले अपने बच्चे को जन्म दिया है | बच्चे की भूख – प्यास मिटाने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि उनके पास काफी ब्रेस्ट मिल्क स्टोर्ड है. उन्होंने अपने परिवार और दोस्तों से इसके वितरण के बारे में पूछा तो उन्होंने कई तरह के सुझाव दिए | निधि ने तमाम राय को सुनने समझने के बाद उन्होंने अपने ब्रेस्ट मिल्क को डोनेट करने का फैसला किया |
निधि ने इंटरनेट पर ब्रेस्ट मिल्क और अपनी समस्या के लिए उपाय ढूंढें तो उन्होंने देखा कि अमेरिका में ब्रेस्ट मिल्क डोनेशन होता है। यहाँ कई महिलाये जरूरतमंद बच्चो को ब्रेस्ट मिल्क डोनेट कर माँ का प्यार देती है | इसी तर्ज पर निधि ने भी अपने घर के आसपास जरूरतमंद बच्चों और उनकी देखभाल करने वाले मिल्क डोनेशन सेंटर्स को देखना शुरू किया | इस दौरान निधि को खास जानकारी मिली | उन्हें एक गायनोकोलॉजिस्ट ने मुंबई के एक अस्पताल के बारे में बताया जो पिछले एक साल से ब्रेस्ट मिल्क बैंक चला रहा है |
निधि ने इस अस्पताल से संपर्क कर ब्रेस्ट मिल्क डोनेशन की इच्छा जाहिर की | लेकिन इसी दौरान पूरे देश में लॉकडाउन लग गया | हालाँकि अस्पताल ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि उनके घर आकर जीरो कॉन्टैक्ट के द्वारा भी ये डोनेशन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी | निधि ख़ुशी – ख़ुशी अपना ब्रेस्ट मिल्क डोनेट करती है | इस साल मई से अब तक हीरनंदानी ने 42 लीटर ब्रेस्ट मिल्क को सूर्या अस्पताल के नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट में डोनेट किया है | बताया जाता है कि इस अस्पताल में 65 एक्टिव बेड्स हैं | यहाँ ज्यादातर बच्चे प्रीमेच्योर हैं और उनका वजन सामान्य से कम है |
ये भी पढ़े : अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में नया खुलासा, दलाल राजीव सक्सेना ने पूछताछ में कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी, उनके बेटे बकुल नाथ, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और अहमद पटेल का नाम लिया, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद बोले – कांग्रेस राज में बिना डील नहीं होती थी कोई ‘डील’
निधि के इस मातृत्व भाव की खबर जब कई महिलाओं को लगी तो उन्होंने ने भी उनके इस कदम से प्रेरणा ली | हाल ही में निधि उस अस्पताल पहुंची, जहाँ उनका ब्रेस्ट मिल्क बच्चों को दिया जा रहा था | उन्होंने पाया कि लगभग 60 ऐसे बच्चे थे जिन्हें दूध की जरूरत थी | निधि की ममता एक बार फिर जाग उठी | उन्होंने फैसला किया कि वो अगले एक साल तक कोशिश करूंगी कि इन बच्चों को अपना दूध डोनेट कर सकूं |