दिल्ली : देशभर में धूमधाम से धनतेरस और दीपावली का त्योहार मनाया जा रहा है. लोग जमकर सोने-चांदी के जेवर, सिक्के और बिस्किट आदि में निवेश कर रहे हैं. इस बार दिवाली में सोना खरीदने वालों के लिए यह सप्ताह काफी खतरनाक साबित हो सकता है। बताया जाता है कि नकली और मिलावटी माल खपाने वाले तस्करों ने सोने और चांदी दोनों की धातुओं की कीमतों में गिरावट दर्ज होने के बाद घटिया सोने से बने आभूषणों को बाजार में उपलब्ध करा दिया है। बताया जाता है कि विदेशों से आयातित यह खास धातु सोने के कणों को अपने भीतर पूरी तरह से समां लेती है। इससे आभुषणो की चमक और वजन दोनों बढ़ जाता है। ग्राहकों को इसका आभास तब होता है जब वे ऐसे आभुषणो को बेचने जाते है।
बताया जाता है कि 17 से 21 अक्टूबर के बीच सोने के प्राइस में 368 रुपये की गिरावट दर्ज की गई थी ,जो अभी भी थोड़ा ऊपर – नीचे हो रही है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन, आईबीजीए की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले कारोबारी हफ्ते में सोना 50,430 पर बंद हुआ था. वहीं इस हफ्ते यह 50,062 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। वहीं अगर चांदी की बात करें तो यह पिछले कारोबारी हफ्ते में 55,643 रुपये प्रति किलो पर था जो इस हफ्ते घटकर 55,555 रुपये प्रति किलो पर आ गया. ऐसे में इसके प्राइस में पूरे 88 रुपये प्रति किलो की गिरावट देखने को मिली है.
पिछले साल से इस साल तक के धनतेरस पर गोल्ड ने दिया 6% का रिटर्न दिया था। इस बार भी ज्यादा रिटर्न के चक्कर में कई ग्राहक सराफा बाजार का रुख कर रहे है। लेकिन इस बार तस्करों ने देश के कई राज्यों में अपने पॉइंटर्स के जरिये नकली और मिलावटी सोने के जेवर और अन्य सामान बाजार में उतार दिए है। सूत्रों के मुताबिक देश के बड़े बाजारों में कारीगरों ने इस बार सोने में किसी खास धातु की मिलावट कर नकली माल बड़े पैमाने पर खपाया है। लोगो को चूना लगाने के लिए स्थानीय जेवलर्स को इस रैकेट में शामिल कर नए कारोबार को जोर – शोर से भुनाने की कवायत जोरो पर बताई जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक सोने की जोरदार खरीदी के लिए कई तस्करो ने ग्राहकों को लुभाने के लिए बड़े – बड़े विज्ञापन और उपहार का दाना ग्राहकों के लिए डाला है। बताया जा रहा है कि खरीदारी के लिए ग्राहकों को काफी सतर्क रहना होगा। अन्यथा दीपावली उन पर भारी पड़ सकती है। सूत्रों का दावा है कि देश भर में केंद्रीय एजेंसियों ने सोना तस्करो पर अपनी लगाम कसी है। नतीजतन बाजार से इस बार मुनाफे की उम्मीद न रखते हुए उन्होंने नए कारोबार पर भाग्य आजमाया है। बताया जाता है कि इसके लिए सोने की कीमतों पर गिरावट दर्ज होते ही नकली माल बाजार में धड़ल्ले से उतार दिया है।
सराफा बाजार के मुताबिक पिछले साल से लेकर इस साल के धनतेरस से इस साल के धनतेरस तक सोने ने निवेशकों को करीब 6% का रिटर्न दिया है. वहीं चांदी के प्राइस में 3% तक की भारी गिरावट दर्ज की गई है। चांदी के भाव में गिरावट का मुख्य कारण है डॉलर की मजबूती और देश और दुनिया में लगातार बढ़ती महंगाई बताई जा रही है। फिलहाल सस्ते प्रचार और लालच के चलते ऐसे ग्राहकों पर खतरा बढ़ गया है जो ज्यादा निवेश की तैयारी में है।