नई दिल्ली / कोरोना से बचने के लिए वैक्सीन का इंतज़ार हो रहा है | ये वैक्सीन कितनी कारगर और गुणवत्ता वाली होगी यह तो वक़्त ही बताएगा | लेकिन जानकार कह रहे है कि लोगों को कोरोना से बचने के लिए 2021 तक ना केवल मास्क पहनना होगा बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग भी अपनानी होगी | अमेरिका के प्रमुख संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फाउची का कहना है कि वैक्सीन उपलब्ध होने के बावजूद अगले साल तक लोगों को मास्क पहनना होगा | फाउची ने कहा कि सिर्फ वैक्सीन के जरिए 2021 तक कोरोना पर काबू नहीं पाया जा सकता |
उनके मुताबिक हमें वैक्सीन के साथ भी सोशल डिस्टेंस, हाथों की सफाई और मास्क का उपयोग जारी रखना होगा | उन्होंने कहा कि ऐसा करके ही हम कोरोना वायरस के स्तर को काफी नीचे ला सकते हैं जिससे महामारी खत्म हो जाए | फाउची का यह भी कहा कि पहली कोरोना वैक्सीन इतनी प्रभावी नहीं रहने वाली है जो लोगों को 100 फीसदी कोरोना वायरस से बचा सके | उनके इस बयान पर कई वैज्ञानिकों ने भी सहमति जाहिर की है | उन्होंने कहा कि शायद वैक्सीन लोगों के लिए 70 फीसदी तक सुरक्षित साबित हो जाए |
इससे पहले एक्सपर्ट यह भी कह चुके हैं कि अगर ट्रायल के दौरान वैक्सीन 50 फीसदी लोगों के लिए भी प्रभावी रहती है तो उसे मंजूरी मिल सकती है | इससे साफ़ है कि कोरोना वैक्सीन सौ फीसदी इसके संक्रमण से बचाने में कारगर नहीं साबित होने वाली है | फाउची ने कहा कि ऐसी कोई एक चीज नहीं है जो अपने दम पर कोरोना वायरस को पूरी तरह खत्म कर सके | इसलिए एक साथ कई चीजों के उपयोग की जरूरत है | दुनियाभर में इस वक्त करीब 30 वैक्सीन ऐसी हैं जिनका टेस्ट इंसानों पर किया जा रहा है | अमेरिका में 4 वैक्सीन ट्रायल के आखिरी फेज में पहुंच चुकी है |
जानकारी के मुताबिक अमेरिका में एस्ट्रेजेनका, मॉडर्ना, फाइजर और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन ट्रायल के आखिरी राउंड में पहुंच चुकी है | एस्ट्रेजेनका, मॉडर्ना और फाइजर की वैक्सीन अगर सफल साबित होती है तो लोगों को इन वैक्सीन की दो खुराक की जरूरत होगी | वहीं, जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की एक खुराक ही प्रभावी हो सकती है | फ़िलहाल भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतज़ार हो रहा है | इस बीच वैज्ञानिकों की राय से वाकिफ होकर लोग भी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को अपनी आदतों में शुमार कर रहे है |