रायपुर / राजधानी रायपुर में रहने वाले सावधान , सड़क किनारे नारियल का ठेला लगाकर नारियल पानी बेच रहा शख्स लुटेरा और हत्यारा भी हो सकता है | यह जरुरी नहीं कि उसने जीवन यापन के लिए इस व्यापार का सहारा लिया हो | हो सकता है वो पुलिस और जनता की आँखों में धूल झोकने के लिए यह व्यापार कर रहा हो | एक ऐसी ही घटना का खुलासा रायपुर पुलिस ने किया है | शहर के सेजबहार इलाके में सड़क किनारे ठेला लगाकर नारियल पानी बेचने वाले शख्स का असल नाम नीरज शुक्ला था | लेकिन वो राकेश जायसवाल के नाम से इस इलाके में व्यापार कर रहा था | यह व्यापार सिर्फ दिखावा था | रात में वो लूट-पाट और हत्या जैसे संगीन अपराधों में जुट जाता था | उसने अपने साथियों के साथ कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया | दो दिन पहले गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई | तफ्तीश में जुटी पुलिस ने ना केवल उसके हत्यारों को खोज निकाला बल्कि यह खुलासा भी किया कि लूटपाट की रकम की बंदरबाट को लेकर इस गिरोह में दरार पड़ी और नारियल पानी बेचने वाले इस शख्स की हत्या कर दी गई | रायपुर एसएसपी आरिफ शेख ने इस गिरोह की कारगुजारियों का खुलासा किया |
रायपुर में दो दिन पहले नारियल व्यापारी राकेश जयसवाल का मर्डर हुआ था | दरअसल मृतक राकेश नहीं था बल्कि उसका असल नाम नीरज शुक्ला था | वो उत्तर प्रदेश के जौनपुर का रहने वाला था | दरअसल राकेश फर्जी नाम से राजधानी में रह रहा था। इस खुलासे से पुलिस भी सन्न रह गयी है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर एक बड़े अपराधिक षड्यंत्र का पर्दाफाश किया है | पुलिस ने इस अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के साथ ही कई बड़े लूटकांड का भी खुलासा भी किया है।
एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि जिस शख्स की दो दिन पहले हत्या की गयी थी,वो असल में आदतन अपराधी नीरज शुक्ला था | पुलिस के मुताबिक यह शख्स रायपुर में फर्जी नाम राकेश जायसवाल के नाम से रह रहा था। आरिफ शेख ने बताया कि यूपी के जौनपुर के रहने वाले नीरज शुक्ला उर्फ राकेश जायसवाल की महाराष्ट्र के दिलीप राय व बिहार के अमर के साथ दोस्ती थी। तीनों ने मिलकर राजधानी के राजेंद्र नगर इलाके में एक सराफा कारोबारी से बंदूक की नोंक पर लूट की थी। लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद सराफा कारोबारी से मिली रकम के बंटवारे को लेकर तीनों के बीच विवाद चल रहा था। पुलिस ने बताया कि नारियल पानी बेचकर लोगों की आँखों में धूल झोकने वाले नीरज की हत्या की यही वजह थी।
पुलिस के मुताबिक मृतक राकेश उर्फ़ नीरज शुक्ला राजधानी में अपनी दूसरी पत्नी के साथ रह रहा था | उसकी पत्नी को राकेश के बारे में पता था कि वो नाम बदलकर यहां रह रहा है। असल में राकेश आदतन अपराधी था | तफ्तीश के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से पुलिस की वर्दी भी जब्त की है। इससे अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि पुलिस की वर्दी पहनकर भी इस गिरोह ने कई वारदातों को अंजाम दिया है |
इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को मध्यप्रदेश के अनूपपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 10 लाख से अधिक का सामान जब्त किया है | इसके अलावा स्कोडा कार , कीमत लगभग 20 लाख रुपए भी जब्त की गई है | बताया जाता है कि रायपुर में नारियल पानी बेचने वाले नीरज की हत्या करने के बाद दोनों आरोपी ट्रेन से अनूपपुर भाग निकले थे।
दरअसल इस मर्डर की जांच करने के दौरान पुलिस ने कथित राकेश जायसवाल की पत्नी से उसका अगला पिछला रिकार्ड खंगाला तो पूछताछ में मृतक की पत्नी ने चौकाने वाला खुलासा किया | उसने बताया कि राकेश का असली नाम नीरज शुक्ला था। उसने जौनपुर में भी कई अपराधों को अंजाम दिया | पूछताछ के दौरान उसकी पत्नी ने धीरे-धीरे उसकी पोल पुलिस के सामने खोल दी।उसकी पत्नी ने ये भी बताया कि तीनों ने मिलकर लूट की कई वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में जुटी है | एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि इन अपराधियों के तार और प्रदेशों से जुड़े हो सकते हैं | भविष्य में कुछ और खुलासा भी हो सकता है। हत्या की वारदात को अंजाम देने के मात्र दो दिन के भीतर पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा है | इनके गिरेबान में हाथ डालने में एडिशनल एसपी क्राइम पंकज चंद्रा,सीएसपी अभिषेक माहेश्वरी,सीएसपी कृष्णा पटेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।