प्रयागराज/ रायपुर / भोपाल वेब डेस्क – देश के तीन राज्यों में लॉकडाउन के चलते अप्रैल और मई माह में निरस्त हुईं शादियों को अब नवंबर और दिसंबर में संपन्न कराने की तैयारी जोरो पर है। वर और कन्या पक्ष के लोग इसके लिए अभी से तैयारियों में जुटे हैं। दरअसल, नवंबर और दिसंबर माह में शादी के लिए सिर्फ आठ मुहूर्त शुभ बताये जा रहे हैं, इसके चलते कई घर परिवार इन्ही तिथियों पर शादी तय कर रहे है | एक जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश में लगभग 80 हज़ार, छत्तीसगढ़ में लगभग 22 हज़ार, प्रयागराज में तकरीबन 8 हजार और शेष उत्तरप्रदेश में 90 हज़ार शादियां होनी हैं।
दिल्ली, मुंबई, नागपुर, कोलकाता और अहमदाबाद की कई इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां शादियों की बुकिंग को लेकर पशोपेस में है | किसकी बुकिंग स्वीकार करे और किसकी ठुकराए इसे लेकर जमकर माथा पच्ची हो रही है | दरअसल ये कंपनियां शादियों की जरूरतों के हिसाब से लेबर, हलवाई, कैटरिंग, बैंडबाजा, वाहन, होटल समेत अन्य सारी तैयारियां स्थानीय स्तर पर करती है | इसके चलते बुकिंग को लेकर मारामारी हो रही है।
बताया जाता है कि बासंतिक नवरात्र के बाद से ही शादी-विवाह के मुहूर्त शुरू हो जाते हैं। इस बार अप्रैल व मई माह में ग्रहों का संयोग बहुत ही बढ़िया था। ग्रहों की चाल अच्छी होने से विवाह लगन की भरमार है। जानकार बताते है कि अप्रैल व मई माह में विवाह के 30 से अधिक मुहूर्त थे। लेकिन लॉक डाउन के चलते ज्यादातर शादियां टल गई | हालाँकि कुछ शादियां तय तिथि पर सरकारी नियमों के तहत हुई थीं। लेकिन अब टाली गई शादियां नई तिथि पर तय हुई है | इसके चलते वर पक्ष व कन्यापक्ष दोनों शादी की तैयारियों में जुटे है।