
लोकसभा में सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार से पहलगाम आतंकी हमला को लेकर कड़े सवाल किए। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने यह स्पष्ट नहीं किया कि आतंकवादी पहलगाम के बैसरन क्षेत्र में कैसे दाखिल हुए और किसकी मदद से 26 लोगों की हत्या हुई।
गौरव गोगोई ने कहा, “सदन में सच सामने आना चाहिए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कई बातें बताईं, लेकिन यह नहीं बताया कि आतंकवादी कैसे आए। 100 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार जवाब नहीं दे पा रही कि आतंकियों को कौन पनाह दे रहा है और किसने उनकी मदद की।” उन्होंने सवाल किया कि देश के पास ड्रोन, पेगासस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईएसएफ जैसे संसाधन होने के बावजूद आतंकी पकड़े क्यों नहीं गए।
सांसद ने रक्षा मंत्री के बयान पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने पूछा कि अगर हमारा मकसद युद्ध नहीं था, तो पीओके कब लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि CDS ने कहा कि हमारे लड़ाकू जहाज दुश्मन के करीब नहीं जा सकते, तो फिर दूर से हमला क्यों करना पड़ा?
गौरव गोगोई ने गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा व्यवस्था की आलोचना करते हुए कहा कि आतंकवाद की घटनाएं जैसे उरी, बालाकोट और पुलवामा अभी भी हो रही हैं। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री को पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लेनी होगी और जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर के पीछे छिप नहीं सकते।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा कि वे विदेश से लौटकर सीधे बिहार चले गए और पहलगाम का दौरा नहीं किया, जबकि राहुल गांधी ने वहां जाकर जनता के बीच आवाज उठाई।