छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश की सरहद पर स्थित कान्हा नेशनल पार्क में शिकारियों के हत्थे चढ़ी बाघिन  , मृत बाघिन के गले में क्लच वायर फंसा पाया गया , वन विभाग की नाकामी आई सामने ,  वन्य जीव प्रेमियों ने नेशनल पार्क के जीवों की रक्षा के लिए सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की   

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रिपोर्टर – मनोज सागर 

बालाघाट /  मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरहद पर स्थित  बालाघाट-मंडला जिले  के कान्हा नेशनल पार्क में दो साल की एक बाघिन का शिकार किया गया है | बफर जोन में इस बाघिन का संदिग्ध परिस्थितियों में शव पाया गया है | वन विभाग के तमाम दावों की असलियत सामने आने से विभाग में हड़कंप मच गया है । इस बाघिन का आज पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम करने के बाद  डॉ संदीप अग्रवाल ने अपनी रिपोर्ट वन विभाग को सौंप दी है |

उधर वन्य कर्मियों ने बाघिन के शव का अंतिम संस्कार कर दिया । इस मामले को लेकर वन्य जीव प्रेमियों ने नेशनल पार्क की सुरक्षा और वन विभाग की नाकामी को लेकर राज्य सरकार से फौरी कार्रवाई की मांग की है | उन्होंने कहा है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए | ताकि लोगों को पता पड़े कि आखिर इस राष्ट्रीय पार्क में बाघिन की मौत कैसे हुई ?

 कान्हा नेशनल पार्क में देश विदेश से टूरिस्ट आते है | यहां बाघों के संरक्षण को लेकर विभाग द्वारा बड़े बड़े वादे किये जाते है | लेकिन इस बाघिन के शिकार से यहां की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में है | बताया जा रहा है कि मृत बाघिन के गले में क्लच वायर फंसा मिला है। इससे अंदेशा जताया जा रहा है कि क्लच वायर से ही उसकी हत्या की गई होगी। घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे  जांच अधिकारियों ने डॉग स्क्वाड की मदद से एक किलोमीटर के दायरे में सर्चिंग भी की । लेकिन शिकारी उनके हाथ नहीं आए | अभी तक बाघिन की मौत की वजह रहस्य ही बनी हुई है।

बताया जा रहा है कि मंगलवार को कान्हा नेशनल पार्क के बफर जोन परिक्षेत्र खापा बम्हनी बीट के कक्ष नंबर 1104 में गश्ती के दौरान बीट गार्ड को फायर लाइन के पास बाघिन दिखाई दी। बाघिन में किसी तरह की हरकत न होते देख बीड गार्ड को शंका हुई | मौके पर पहुंचकर उसने बाघिन को मृत पाया |  बीट गार्ड ने पाया कि बाघिन के गले में क्लच वायर का फंसा है। गार्ड ने इसकी सूचना फौरन उच्चाधिकारियों को दी।