छत्तीसगढ़ के जांजगीर में थानेदार पर पिस्तौल तानने वाले 2 सिपाही बर्खास्त, जुए-सट्टे और कई अपराधियों को संरक्षण देने के आरोप में हुई कार्रवाई, एसपी ने जाँच के बाद जारी किए बर्खास्तगी के आदेश

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जांजगीर| छत्तीसगढ़ के  जांजगीर चांपा जिले के मुलमुला थाने में पदस्थ दो पुलिस सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है| बता दें कि धर्मेंद्र बंजारे एवं दुर्गेश खूटे को जांजगीर एसपी अभिषेक पलल्व ने  28 फरवरी 2022 को निलंबित कर दिया था. इसके बाद विभागीय जांच के बाद बीते बुधवार 2 मार्च को इन्हें बर्खास्त कर दिया गया है. जानकारी के  मुताबिक इन दोनों सिपाहियों पर जुआरियों को संरक्षण देने समेत अपने ही थाना प्रभारी पर बंदूक तानने जैसे गंभीर आरोप लगे थे. आरोप में बताया गया था कि दोनों ने अपने थानेदार पर बंदूक तानी थी और बोले थे कि जुआ खिलवाने से जो भी रोकेगा उसे मार देंगे.

28 फरवरी को हुए थे निलंबित

मिली जानकारी के मुताबिक दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांजगीर एसपी अभिषेक पलल्व से शिकायत की गई थी. इसके बाद एसपी ने बीते 28 फरवरी को ही दोनों को तत्काल निलंबित कर दिया था इसके बाद विभागीय जांच की जा रही थी. निलंबन के बाद प्रकरण की प्रारंभिक जांच रक्षित केंद्र जांजगीर में पदस्थ रक्षित निरीक्षक प्रदीप जोशी ने किया. जांच प्रभारी प्रदीप जोशी ने मुलमुला थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज एवं थाना प्रभारी के कथन में पाया कि आरक्षक क्रमांक 992 धर्मेंद्र बंजारे एवं आरक्षक क्रमांक 672 दुर्गेश खूटे ने अपने साथी थाना स्टाफ व थाना प्रभारी से गाली गलौज की. थाना प्रभारी द्वारा समझाइस देने पर उनके ऊपर दोनों ने बंदूक तान दी थी.

जाँच में पाया गया की दोनों आरक्षक असामाजिक कार्यों में संलिप्त रहते थे, जिन्हें कई बार समझाइश भी दी गई थी. जांच अधिकारी प्रदीप जोशी ने दोनों आरक्षको के कॉल रिकॉर्ड का भी अवलोकन किया, जिससे इन दोनों आरक्षको का अपने ड्यूटी स्थल से बिना अनुमति के अन्य थाना क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होना भी पाया गया था. इन सभी जांच रिपोर्ट कि प्रस्तुत होने पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने आरक्षक क्रमांक 992 धर्मेंद्र बंजारे एवं आरक्षक क्रमांक 672 दुर्गेश खुटे दोनों को सेवा से मुक्त करने का आदेश जारी किया है.