हैदराबाद वेब डेस्क / हैदराबाद में कोरोना संक्रमितों की लगातार मौत से दिनों -दिन हालात बिगड़ते जा रहे है | संक्रमण के कहर और लगातार बढ़ते मौत के मामलों से अब सरकारी कर्मी भी घबराने लगे है | वो कोरोना संक्रमितों की लाशों के साथ ठीक वैसा ही व्यवहार कर रहे है, जैसे चीन के वुहान प्रांत में दिखाई देता था | कोरोना संक्रमितों की लाशों को कूड़ा कर्कट की तरह बड़े बड़े गड्ढों में फेंका जा रहा है | इसके बाद JCB मशीन से गड्ढों में मिट्ठी पाट दी जा रही है |
हैदराबाद से लगातार ऐसे ही वीडियो सामने आ रहे है | कुछ दिनों पूर्व कोरोना संक्रमित लाशों को इसी तरह से ठिकाने लगाया गया था | उन मामलों का वीडियो देशभर में देखा गया और लोगों ने सरकार की जमकर आलोचना की थी | अभी इस मामले की चर्चा थमी नहीं कि एक और ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमे सरकार की असंवेदनशीलता सामने आ रही है |
हैदराबाद से सामने आये इस वीडियो में नजर आ रहा है कि यहाँ कोरोना मरीजों की 50 लाशें एक साथ जला दी गईं | यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है | बताया जाता है कि हाल ही में 21 जून को सरकारी कर्मियों ने इस तरह से लगभग 50 लाशों का अंतिम संस्कार किया |
हैदराबाद के ईएसआई श्मशान घाट से सामूहिक दाह संस्कार का यह वीडियो जब वायरल हुआ तो उसे देखकर लोगों की रूह कांप गई | इस वीडियो के सामने आने के बाद विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है | विपक्ष सरकार पर कोरोना से निपटने में नाकाम रहने का आरोप लगा रहा है | उनका कहना है कि सरकार मौत का आंकड़ा छिपा रही है |
उधर मामले के तूल पकड़ने के बाद सरकार बैक फुट पर है | मंत्रियों के बजाये अब अफसर जवाब दे रहे है | मामले को बढ़ता देख स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए सामूहिक दाह संस्कार को स्वीकार किया है | लेकिन कोरोना के आंकड़ों में किसी भी तरह के हेरफेर से उसका इनकार है |
हैदराबाद के ईएसआई श्मशान घाट में लाशों के सामूहिक अंतिम संस्कार पर चिकित्सा शिक्षा के निदेशक डॉ के रमेश रेड्डी का अपना तर्क है | उनका कहना है कि कोरोना शवों को ले जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है | उनके मुताबिक वाहनों की कमी और अन्य कारणों से एक ही बार में 50 से अधिक शवों का अंतिम संस्कार किया गया | उनके मुताबिक ये सभी लाशे दो तीन दिन पुरानी थी |
उधर इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोग सरकार के खिलाफ जमकर भड़क रहे है | सरकारी दिशा निर्देशों में कोविड -19 के तहत लाशों को ठिकाने लगाने के लिए कही भी सामूहिक अंतिम संस्कार के निर्देश नहीं दिए गए है | उधर लोगों की दलील है कि यदि सरकार को संक्रमितों की लाशों से इतनी एलर्जी है तो वे शवों को परिजनों को सौंप दे | वे विधि विधान और सम्मानजनक तरीके से अपनों का अंतिम संस्कार करेंगे |