दिल्ली में अब प्रत्याशियों ने मतदाताओं के घरों का किया रुख , 8 फरवरी को होगा मतदान , आप बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला , तीनो ही दलों ने झोंकी पूरी ताकत , नेताओं की निगाहें मुस्लिम मतदातों पर 

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रिपोर्टर – ऋतुराज वैष्णव 

दिल्ली वेब डेस्क / दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार पर गुरुवार की शाम 6 बजे विराम लग गया। अब तमाम प्रत्याशी मतदाताओं के घरों और कालोनियों में दस्तक देने जुट गए है | इसके पूर्व चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी। दिल्ली की सड़कों पर जगह-जगह रोड शो, जनसभा, भाषण के माध्यम से प्रचार नजर आया। कई राज्यों के मुख्यमंत्री , सांसद और नेताओं ने दिनभर प्रचार किया | भाजपा की ओर से गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान, महाबली खली, सनी देओल और मनोज तिवारी जैसे नेता डटे रहे। वहीं आम आदमी पार्टी के लिए केजरीवाल और मनीष सिसोदिया समेत सभी उम्मीदवारों ने जमकर प्रचार किया। लेकिन प्रचार के आखिरी क्षणों में कांग्रेस  थोड़ी नर्म ही नजर आई। पार्टी का कोई बड़ा चेहरा प्रचार के आखिरी दिन नजर नहीं आया। 

उधर दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने मतदान से जुड़ी तमाम तैयारियां पूरी कर ली हैं। नई सरकार चुनने के लिए दिल्ली के मतदाता तैयार हैं। 8 फरवरी को मतदान होगा। इसके लिए 2689 स्थानों पर 13750 मतदान केंद्र बनाए जा रहे हैं। सुबह 8 से शाम 6 बजे तक मतदान होगा । 11 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। हर विधानसभा में एक आदर्श मतदान केंद्र स्थापित किया जा रहा है। 

स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए बड़े पैमाने पर संसाधन जुटाए गए हैं। एक लाख से अधिक मतदान अधिकारी और कर्मचारी पूरी चुनावी प्रक्रिया की देखरेख करेंगे। सुरक्षा के लिए अर्द्घसैनिक बल की 190 कंपनियां, 3800 दिल्ली पुलिस और 19000 होमगार्ड तैनात किए जाएंगे। दिल्ली में करीब 3 हजार से ज्यादा संवेदनशील बूथ हैं, जहां सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं। 

चुनावी गणित पर एक नजर :

कुल मतदाता : 1,47,86,382
पुरुष : 81,05,236
महिला : 66,80,277
थर्ड जेंडर : 869

. सबसे अधिक मतदाताओं वाली विधानसभा सीट : मटियाला (4,23,682 मतदाता)
. सबसे कम मतदाताओं वाली सीट : चांदनी चौक (1,25,684 मतदाता)
. लोकसभा चुनाव के बाद बढ़े मतदाता : चार लाख 69 हजार 929
. 18 से 19 वर्ष के बीच फर्स्ट टाइम वोटर : 2,32,815
. सेवा मतदाता : 11,608

कुल मतदान बूथ : 13,750
संवेदनशील बूथ : 3841
मतगणना केंद्र : 27


दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान केंद्रों पर लोगों को आकर्षित करने के लिए 70 मॉडल मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। यहां पर मेडिकल किट, क्रेच, रैंप, व्हीलचेयर आदि उपलब्ध रहेगी । प्रत्येक बूथ को सुसज्जित कर उन्हें हर लिहाज से आकर्षक बनाया गया है । यहां महिला स्टाफ की तैनाती की गई है । इसे पिंक बूथ का नाम दिया गया है । 

मतदान करने वाले बुजुर्गों को लाने ले जाने की आयोग ने सुविधा प्रदान की है। एक मतदान अधिकारी को विशेष रूप से 100 वर्ष से अधिक के मतदाता के लिए नामित किया गया है । उस अधिकारी की जिम्मेदारी ऐसे मतदाताओं के घर से लाकर उन्हें मतदान के बाद सुरक्षित घर तक पहुंचाने की होगी। 80 वर्ष या उससे अधिक आयु के दिल्ली में 204830 मतदाता हैं, इनमें से जिनकी उम्र 100 या उससे अधिक है उनकी संख्या 147 है। जाहिर है मीडिया की नजरे बुजुर्ग मतदाताओं पर रहेगी | यही नहीं दिव्यांग मतदाताओं के लिए हर जिले में एक बूथ तैयार किया गया है । 11 बूथ ऐसे है जहां सभी कर्मचारी से लेकर सुरक्षा जवान तक दिव्यांग है । यहां दिव्यांग मतदाताओं के लिए अलग से इंतजाम किए गए हैं। इन 11 बूथ पर मतदाताओं को अद्भुत तकनीक का अनुभव होगा। यहां क्यू आर कोड से मतदान हो सकेगा। फोटो वोटर पर्ची पर ये क्यूआर कोड अंकित होगा। दिल्ली में दिव्यांग मतदाता 50473 हैं, जबकि 4763 दृष्टिहीन मतदाता हैं। इनके लिए ब्रेल एपिक जारी किए हैं। दिव्यांग मतदाताओं के लिए 85 साइन लैंग्वेज इंटरप्रेटर होंगे। दिल्ली में पहली बार दिव्यांग मतदाताओं के लिए सुनियोजित और अच्छा-खासा इंतजाम किया गया है | दिल्ली में एक लाख से ज्यादा कर्मचारी मतदान कराएंगे | चुनाव कराने के लिए निर्वाचन कार्यालय लगभग 70 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। दिल्ली में मुख्य मुकाबला आप और बीजेपी के बीच है | हालांकि कई सीटों पर कांग्रेस भी दमखम दिखा रही है |