रिपोर्टर – गेंदलाल शुक्ला
कोरबा / छत्तीसगढ़ में हाथियों समेत अन्य जंगली जानवरों को जाल में फंसा कर मौत के घाट उतारा जाता है | राज्य के जंगलों में जानवरों के दुश्मन शिकारियों का यह आम पैतरा है | लोहे की जालियों वाले इस जाल में करंट दौड़ाया जाता है | इसमें फंसने वाले वन्य जीव करंट लगने से मौके पर ही दम तोड़ देते है | हाल ही में अंबिकापुर संभाग में कुछ हाथियों की मौत ऐसे ही जालों में फंसकर हुई है | अब एक प्रवासी मजदूर ने भी ऐसे ही जाल में फंस कर दम तोड़ा है | मामला कोरबा जिले का है | पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर उसका शव परिजनों को सौंप दिया है | पुलिस पता लगाने में जुटी है कि यह जाल किसने बिछाया था |
बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से लौटा यह प्रवासी मजदूर जंगल के रास्ते अपने घर की ओर बढ़ रहा था | मड़वा रानी गांव के करीब वो करंट की चपेट में आ गया | उसके साथ उसके परिवार के सदस्य भी थे, जो बाल बाल बचे | जानकारी के मुताबिक प्रशासन द्वारा क्वॉरेंटाइन किये जाने के भय से प्रवासी मजदूर ने आम रास्ते के बजाये जंगल के रास्ते से अपने गांव जाना मुनासिब समझा था | लेकिन जंगल में वो हादसे का शिकार हो गया |
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बताया जाता है कि जहां यह मजदुर जाल में फंसा उसी जाल में कुछ दिन पहले एक जंगली सुअर की मौत हुई थी | इसके बावजूद किसी ने भी उस जाल को हटाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई | जानकारी के मुताबिक घटना देर शाम उस वक़्त हुई जब यह जाल पीड़ित परिवार को नहीं दिखाई दिया | यह मजदूर आगे की ओर चल रहा था, जबकि उसके पीछे अन्य परिजन | फ़िलहाल मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम करवाया | फिर शव परिजनों को सौंप दिया |