छत्तीसगढ़ में मरवाही उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी को मिलने लगी बड़ी चुनौती, गांव-गांव में जोगी लहर, भारी भीड़ जुट रही है रेणु जोगी की आम सभा में, अजीत जोगी की याद में हज़ारों लोगों ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का थामा दामन

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बिलासपुर / छत्तीसगढ़ में मरवाही विधानसभा सीट पर नवंबर माह में उपचुनाव के आसार है | यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री स्व.अजीत जोगी की परंपरागत सीट रही है | उनके निधन के बाद उनके पुत्र अमित जोगी यहाँ से चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके है | उधर कांग्रेस और बीजेपी ने भी इस सीट पर अपना कब्ज़ा ज़माने के लिए अपनी ताकत झोंक दी है | अब तीनों ही दल इस सीट पर जोर शोर से अपना समीकरण बिठाने के लिए हाथ पैर मार रहे है | इस बीच चुनावी प्रचार में डॉ. रेणु जोगी की सभाओं में कार्यकर्ताओं और जनता की भारी भीड़ जुट रही है |

इन सभाओं में शामिल होने वाले कार्यकर्ता अजीत जोगी के प्रति जहाँ शोक संवेदना जाहिर कर रहे है, वही उनसे अपने संबंधों को लेकर श्रीमती जोगी को वाकिफ करा रहे है | ये कार्यकर्ता जोगी के साथ बिताये वक़्त को लेकर भाव विभोर हो उठते है | वही सभा को संबोधित करते हुए रेणु जोगी भी भावुक हो जाती है |

कई मौकों पर वो अपने आंखों से आंसू तक नहीं रोक पाती। पेंड्रा में आयोजित सभा में ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला | यहाँ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए रेणु जोगी ने कहा कि ऐसा समय आया है जिसकी मैंने सपने में कल्पना नहीं की थी कि अजीत जोगी अचानक छोड़कर चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि वे हमेशा की तरह से ज्यादा स्वस्थ रहते थे, लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था और अचानक ही उनका हमसे साथ छूट गया।

असेंबली हॉल पेंड्रा में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के गौरेला पेंड्रा मरवाही के कार्यकर्ताओं की बैठक में रेणु जोगी और कई कार्यकर्ताओं की आंखों से आंसू बहने लगे। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने अजित जोगी को खूब याद किया | उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये और पार्टी से वफ़ादारी निभाने का वादा भी किया | रेणु जोगी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमेशा की तरह मरवाही की जनता जोगी परिवार का साथ देंगी और सहारा बनेगी। उन्होंने जोगी की कविता वसीयत का उल्लेख भी किया।

जोगी ने वसीयत में लिखा था कि-चार, चिरौंजी, महुआ, तेंदू, बेल का अंतिम भोज कराकर नर्मदा सोन पवित्र नदी में उनकी मिट्टी को बहा देना, जिसमे की उन्होंने अपने बचपन को जिया था। गौरतलब है कि 2009 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी ने अजीत जोगी को महासमुंद से लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए कहा था |

लेकिन उन्होंने हाथ जोड़कर विनम्रता से यह कहकर मना किया था कि जब वे 2004 में महासमुंद से लोकसभा का चुनाव लड़े तो उसके बाद साढ़े 4 साल तक मरवाही में कोई विधायक नहीं था। इसलिए वो मरवाही की जनता का साथ नहीं छोड़ सकते।

उधर रेणु जोगी के साथ जोगी कांग्रेस के नेता एवं लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह और प्रत्याशी अमित जोगी भी दौरा कर रहे है | इस दौरान धर्मजीत सिंह ने कहा कि मरवाही में अमित जोगी का नाम प्रत्याशी के रूप में घोषणा होते ही कलेक्टर ने नोटिस दे दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मरवाही सीट में प्रशासन का दुरुपयोग किया जा रहा है। जनपद सीईओ कांग्रेस कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं।

उधर अमित जोगी ने वीडियो संदेश जारी कर कहा कि मरवाही के विधायक, मरवाही के कमिया अजीत जोगी थे, हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा कि आत्मा कभी नहीं मरती और मरवाही अजीत जोगी की आत्मा है जो कभी नहीं मर सकती। उनके मुताबिक हर बार जोगी विरोधी वोट मांगने मरवाही आते हैं और जमानत जब्त कराकर लौटते हैं। पापा कहते थे- मरवाही मेरे लिए विधानसभा नहीं है, मेरा परिवार है। मरवाही से रिश्ता किसी एक दल तक सीमित नहीं है।