छत्तीसगढ़ में शक्कर, तेल, चावल, गेहू, दाल, आटा, नमक और मसाले समेत तमाम खाद्य सामग्री हुई महँगी, रातों रात थोक और चिल्लर व्यापारियों ने बढ़ा दिए दाम, हाथ पर हाथ धरे बैठा है खाद्य विभाग, महंगाई आसमान पर

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रायपुर / बिलासपूर – छत्तीसगढ़ में खाद्य सामग्रियों के दाम अचानक बढ़ गए है | चिल्लर व्यापारियों का कहना है कि थोक बाजार में दाम बढ़ने के चलते वे भी मजबूर है | हाल ये है कि बीते तीन दिनों में रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम डेढ़ रुपये से लेकर 5 रुपये प्रति किलों तक बढ़ गए है | उधर थोक व्यापारी भी बढ़े हुए दामों को लेकर कोई वाजिफ कारण नहीं बता रहे है | सिर्फ कहासुनी और चर्चा के आधार पर उन्होंने खाद्य सामग्रियों की कीमते बढ़ा दी है | कुछ कारोबारी तो ज्यादा लाभ कमाने के चक्कर में कालाबाजारी में उतर आये है | उन्होंने खाद्य सामग्रियों ही नहीं बल्कि साग सब्जियों का स्टॉक शुरू कर दिया है |

दरअसल केंद्र सरकार और शक्कर लॉबी के एक्सपोर्ट कारोबारियों के बीच सिर्फ शक्कर के निर्यात पर चर्चा चली और प्रदेश के कई जिलों के खुदरा बाजार में शक्कर का भाव डेढ़ से दो रुपए किलों तक बढ़ गया | जबकि केंद्र सरकार ने इस बारे में किसी प्रकार का नोटिफिकेशन भी जारी नहीं किया है | हैरानी की बात यह है कि जब आम आदमी दुकान पर शक्कर खरीदने जा रहा है तो उसे बढ़े हुए भाव पर शक्कर मिल रही है | ग्राहक जब पूछताछ कर रहे है तो दुकानदार थोक बाजार का हवाला दे रहा है |

वर्तमान में छत्तीसगढ़ के तीन बड़े शहरों रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर के थोक बाजार में शक्कर के दाम 3550 रुपए क्विंटल से बढ़ाकर सीधे 37 सौ रुपए क्विंटल कर दिया गया है | बवाल मचने के बाद कुछ व्यापारियों ने प्रति क्विंटल 30 रूपए दाम घटाकर प्रति क्विंटल शक्कर का दाम 3670 रुपए कर दिया है | यह बढ़ोत्तरी भी अवैधानिक बताई जा रही है |

उधर शक्कर का दाम बढ़ते ही दूसरी खाद्य सामग्री के दाम भी अचानक बढ़ा दिए गए | उसमे भी दो रुपये से लेकर दस रुपये प्रति किलों की वृद्धि की गई | इसमें विभिन्न किस्म के चावल, दाल, गेहू, आटा, सूजी, तेल, मूंगफल्ली और मिर्च मसाले शामिल है | उधर अचानक हुई दामों में वृद्धि को लेकर खाद्य विभाग के अफसर चुप्पी साधे हुए है | नतीजतन ग्राहकों को कृतिम महंगाई का सामना करना पड़ रहा है | वही उनकी जेब ढीली हो रही है |