छत्तीसगढ़ के भिलाई में वर्दी का रौब झाड़ने वाली डीएसपी अनामिका जैन पर FIR दर्ज, परिवार के भिलाई-3 थाने और राष्ट्रीय राजमार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन से पुलिस का इंकार, कहा शांतिपूर्ण तरीके से मिले परिजन, FIR में देरी और साक्ष्यों को इक्कठा करने में भी देरी से हैरत में परिजन, देखे वीडियो   

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भिलाई / छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई में एक पीड़ित महिला को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में महिला डीएसपी अनामिका जैन और उसकी साथी पायल के खिलाफ FIR दर्ज की गई है | उधर राज्य के एक महत्वपूर्ण चैनल IBC24 की खबर के मुताबिक पीड़ित परिवार ने भिलाई थाने और राष्ट्रीय राजमार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन किया | बताया जाता है कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ नामजत रिपोर्ट दर्ज करने में स्थानीय पुलिस तैयार नहीं हो रही थी |

https://youtu.be/ZKZ8eLFze_o
Courtesy:IBC

इसके लिए पीड़ित परिवार को शव लेकर थाने पहुँचना पड़ा | शव को एम्बुलेंस में रख कर पीड़ित पीड़ित परिवार थाने पहुंचा | इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ नामजत FIR दर्ज की | हालाँकि परिजनों ने थाने में कोई नारेबाजी नहीं की | वे सभी शांति के साथ थाने पहुंचे थे | लेकिन FIR दर्ज कराने के लिए की गई यह कवायत इसलिए गौरतलब है क्योकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू भी भिलाई में निवासरत है | 

वीडियो में देखा जा सकता है कि FIR दर्ज कराने को लेकर भिलाई -3 थाने के सामने लोगों की भीड़ जुटी है | ऐसे में सरकार के स्लोगन अब होगा न्याय के लिए थाने के सामने प्रदर्शन जैसी स्थिति निर्मित होना हास्यास्पद प्रतीत होता है |


भिलाई -3 थाने के सामने लगा लोगो का हुजूम 

यही नहीं IBC24 की खबर के मुताबिक मृतका का शव राष्ट्रीय राजमार्ग पर रखकर भी परिजनों ने प्रदर्शन किया | प्रदर्शन सांकेतिक या शांतिपूर्ण क्यों न हो लेकिन  ऐसे मामलों से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहा है | मामला साक्ष्यों को लेकर भी है | 

पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी डीएसपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की | उसके खिलाफ सामान्य धाराओं में मुक़दमा दर्ज किया | यही नहीं आरोपी के ना तो मोबाइल जप्त किये और ना ही अपराध में प्रयुक्त वाहन | ऐसे में आरोपियों की गिरफ्तारी और विभागीय जाँच कब होगी | इसे लेकर पीड़ित परिवार संसय में है | उनके मुताबिक पुलिस अभी भी निष्पक्ष जाँच ना करते हुए आरोपियों को बचाने में जुटी है | 

उधर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने अब तक कोई ठोस प्रयास नहीं किये है | इसके चलते विवेचना और पुलिस की कार्यप्रणाली दोनों ही सवालों के घेरे में है | भिलाई के चरोदा इलाके में आरोपी डीएसपी और उसकी एक मित्र ने पीड़ित राखी नामक (बदला हुआ नाम ) महिला को परिजनों के सामने थप्पड़ मारे थे | इस प्रताड़ना के बाद पीड़ित महिला ने खुदकुशी कर ली थी |

भिलाई -3 थाने के सामने वाहन पर रखा मृतका का शव 

मामले की जाँच के दौरान स्थानीय पुलिस आरोपी डीएसपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में हिला हवाली करती रही। मृतक के परिजनों ने जब थाने के सामने शव रख कर प्रदर्शन किया, तब पुलिस ने डीएसपी अनामिका जैन और उनकी सहेली पायल के खिलाफ केस दर्ज किया है।

उधर दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद दोनों फरार बताये जा रहे है | यही नहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने कमजोर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कोई मजबूत साक्ष्य भी नहीं इक्क्ठा किये है |

पीड़ितों ने बताया कि आरोपियों को कमजोर विवेचना का लाभ मिल जाये, इसके लिए भरपूर प्रयास हो रहा है | उधर पुलिस का कहना है कि जांच में जिस तरह के तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के मुताबिक निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी |