दिल्ली वेब डेस्क / कोरोना वायरस भले ही चीन से निकला हो, लेकिन अब पूरे एशिया में सर्वाधिक मामले भारत से हो चुके हैं। ढील वाले लॉकडाउन 4.0 के 10 दिन में ही 60 हजार मरीज मिले, जिसमें 31, 720 ठीक भी हो गए। गुरुवार यानी 28 मई को सर्वाधिक 7 हजार 135 नए मरीज मिले। इस तरह भारत कोरोना वायरस महामारी के सर्वाधिक मरीज वाले देशों की गिनती में नौंवे क्रम पर पहुंच चुका है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेस (निमहंस) में न्यूरोवायरोलॉजी के प्रमुख डॉक्टर वी रवि की माने तो देश में संक्रमण की रफ्तार सिर्फ लॉकडाउन की वजह से ही धीमी थी, लेकिन आने वाले दिन बदतर हो सकते हैं।
बीते 24 मार्च को पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की। 25 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई को खत्म हो जाएगा। पिछली बार मिली रियायतों के मद्देनजर संभावना जताई जा रही है कि 31 मई के बाद शायद लॉकडाउन में पूरी तरह छूट दे दी जाए। अगर ऐसा होता है तो कोविड-19 के मामलों में बेतहाशा वृद्धि होगी और साल के अंत तक देश की आधी आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाएगी, ऐसा कहना है वरिष्ठ विषाणु वैज्ञानिक डॉक्टर वी. रवि का।
भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला 30 जनवरी को सामने आया था, इसके बाद इस महामारी को रोकने के लिए भारत ने कई कदम उठाए हैं। भारत ने कोरोना वायरस संक्रमण को टेस्ट करने की अपनी क्षमता को बढ़ाया और महामारी रोकने के लिए लोगों की भीड़ भाड़ को रोकने के लिए एक अरब से ज्यादा लोगों को अपने घरों में रोक दिया। सड़क, रेल और हवाई मार्ग से यातायात सेवाएं निलंबित कर दी, लेकिन अब धीरे-धीरे सारी चीजें दोबारा पटरी पर लौट रही है, अगर कुछ ठीक नहीं हो रहा है , तो वो है कोरोना वायरस का प्रभाव।
उधर लॉकडाउन के पांचवें चरण पर मंथन शुरू हो गया है। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बीच बैठक हो रही है। इससे पहले शाह ने गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की थी। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री को वह मुख्यमंत्रियों की राय से अवगत कराएंगे। लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई को खत्म हो रहा है। ऐसे में गृह मंत्री ने गुरुवार शाम को सभी मुख्यमंत्रियों के साथ फोन पर बातचीत करके उनसे लॉकडाउन के विषय में राय मांगी। सूत्रों के अनुसार शाह ने उनसे जानना चाहा कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाना चाहिए या नहीं।
शाह ने अर्थव्यवस्था को खोलने और विभिन्न राज्यों की आशंकाओं और चिंताओं को सुना। पश्चिम बंगाल जैसे राज्य श्रमिक ट्रेनों की शुरुआत होने पर बड़े पैमाने पर प्रवासियों को लेकर चिंतित थे। जब भी लॉकडाउन की अवधि खत्म होने वाली होती है तब आमतौर पर प्रधानमंत्री सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक करते हैं। लेकिन फिलहाल ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है। हालांकि, 31 मई को पीएम मोदी मन की बात में देश को संबोधित करेंगे। इसमें वह लॉकडाउन को लेकर आगे की रणनीति का खुलासा कर सकते हैं।