
दिल्ली /रायपुर : क्या छत्तीसगढ़ राजनेताओं के लिए अवैध कमाई का कारखाना बन गया है ? पूर्व मुख्यमंत्री बघेल की प्रिय तत्कालीन उप सचिव सौम्या चौरसिया की ED अब तक लगभग 150 करोड़ की सम्पति अटैच कर चुकी है। जबकि दस्तावेज और कई बरामद साक्ष्य तस्दीक करते है, कि सौम्या और उसके परिजनों के नाम नामी-बेनामी संपत्ति का आंकड़ा हज़ार करोड़ पार कर चुका है। ऐसे में उप सचिव की कमाई का अंदाजा लगाया जा सकता है। इसी तर्ज पर पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के किसान पुत्र चैतन्य बघेल भी 5 हज़ार करोड़ का आंकड़ा पार कर चुके है। हालाँकि, भ्रष्टाचार के खिलाफ एजेंसियों की बड़ी कार्रवाई अभी भी जारी है। इस बीच नम्बरी बाप के 10 नम्बरी पुत्र की कमाई हैरान करने वाली बताई जाती है।

ED ने सौम्या चौरसिया को दोबारा गिरफ्तार कर लिया है। अब की बार लगभग 500 करोड़ की हेरा-फेरी को लेकर उससे पूछताछ की जानी है,अवैध रूप से कमाई गई इस रकम का श्रोत 3200 करोड़ के शराब घोटाले से अर्जित आय बताई जा रही है। इसके साथ ही प्रदेश की आम जनता अनुमान लगा रही है, कि जब सौम्या चौरसिया के पास इतना, तो पूर्व मुख्यमंत्री बघेल और उनकी औलादों के पास कितना ? इसका आंकलन भी किया जा रहा है।

सौम्या चौरसिया को ED ने दोबारा धर लिया है, लेकिन नींद उड़ गई है, पूर्व मुख्यमंत्री भू-पे बघेल की। पुत्र चैतन्य बघेल के जेल की हवा खाने के बाद भू-पे बघेल की सिट्टी -पिट्टी गुम बताई जाती है,उन्हें अंदेशा सता रहा है, कि कही इस बार सौम्या अपना मुंह ना खोल दे। लिहाजा, सौम्या को साधने के लिए बघेल ने अपने तमाम घोड़ों को दौड़ा दिया है।

छत्तीसगढ़ में ED सौम्या चौरसिया की अभी तक 50 से ज्यादा प्रॉपर्टी अटैच कर चुकी है। एजेंसियों की माने तो, सौम्या की संपत्ति “भ्रष्ट और गुप्त तरीकों से” बहुत तेजी से बढ़ी। उसके भिलाई स्थित घर सूर्या अपार्टमेंट में ED ने बोर्ड लगा कर बाकायदा अटैच की गई संपत्तियों का ब्यौरा भी दिया है। उन्हें कोयला घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED ने 2 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। इसके बाद एक बार फिर सौम्या चौरसिया को ED ने 16 दिसंबर 2025 की रात गिरफ्तार कर लिया है। उनसे लगभग 500 करोड़ के लेन-देन के ब्यौरे पर पूछताछ लंबित बताई जाती है।

एक जानकारी के अनुसार, सौम्या ने रिश्तेदारों और परिचितों के नाम पर करीब 49 करोड़ रुपए की 54 से अधिक संपत्तियां खरीदीं। इनमें से ईडी ने 39 करोड़ रुपए मूल्य की 29 संपत्तियां कुर्क, जबकि ईओडब्ल्यू ने 8.5 करोड़ रुपए मूल्य की 16 संपत्तियां अटैच की हैं। जांच में पता चला, कि 17 साल की नौकरी में चौरसिया और उनके परिवार की वैध कमाई ₹2.51 करोड़ थी। वहीं, उनकी कुल संपत्ति और निवेश ₹49.69 करोड़ पाए गए। यह उनकी कमाई से 1,872.86% से भी ज्यादा है। इन संपत्तियों में घर, दुकानें, जमीनें और कई जिलों में निवेश शामिल हैं। आरोप है कि यह पैसा कोयला, डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन (DMF) फंड और अन्य गड़बड़ियों से कमाया गया।

EOW ने पाया कि यह सारी दौलत 2019 से 2022 के बीच जमा हुई, जब वह मुख्यमंत्री कार्यालय में डिप्टी सेक्रेटरी थीं। EOW के अनुसार, उनके परिवार के सदस्य और साथी बेनामी संपत्ति के मालिक बने। उन्होंने बड़ी रियल एस्टेट खरीद और पैसों के ट्रांसफर में मदद की, जो उनकी कुल कमाई से मेल नहीं खाते थे। सौम्या की ज्यादातर चल-अचल संपत्तियां बेनामी बताई जा रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री बघेल की तत्कालीन उप सचिव सौम्या चौरसिया कांग्रेस राज के मात्र 5 साल में जब सैकड़ों हजारों करोड़ पर हाथ साफ़ कर चुकी है, तो तत्कालीन मुख्यमंत्री बघेल की कमाई का अंदाजा लगाया जा सकता है।





