रिपोर्टर_सूरज सिन्हा
बेमेतरा / बेमेतरा में दो दिन पहले मिले अज्ञात लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा लिया है | एक पिता ने अपने नाबालिक बच्चे को बचाने के लिए जीजा के साथ मिलकर कर किया था जघन्य अपराध दरअसल पूरा मामला 2 दिन पहले बेमेतरा थाना के अंतर्गत ग्राम बोरिया में मिले एक अज्ञात लाश से जुड़ा है, गांव के कोतवाल की सूचना पर पुलिस हरकत में आई और मौके पर पहुंची, तालाब के अंदर एक संदिग्ध अवस्था में लाश नजर आ रही थी , मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा किसी ने हत्या कर पहचान छुपाने के लिए लाश को ठिकाने लगाने के प्रयास नजर आए । लाश को सीमेंट के पोल में रस्सी से बांधकर तालाब के अंदर फेंका गया था और उसका चेहरा पेट्रोल डालकर बुरी तरीके से जला दिया गया है जिससे मृतक की पहचान ना हो सके ।संदिग्ध अवस्था में लाश मिलने के बाद पुलिस मौके में आई मृतक की शिनाख्त करने के लिए गुम इंसानों की तलाश की गई तभी बेमेतरा जिले के खसरा चौकी में पता चला कि 10 नवंबर को एक नाबालिग के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है जिसकी पहचान करने पर मृतक खसरा चौकी की ग्राम खुरुसबोड का रहने वाला निकला ।
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मृतक की पहचान होने के बाद जब पुलिस ने पड़ताल की तो मामला कुछ और ही नजर आया संदेह के आधार पर गांव के युवक ओमप्रकाश साहू ग्राम खुरुसबोड से कड़ाई से पूछताछ किया तो उसने पूरे मामले से पर्दा उठाया ।दरअसल 9 नवंबर की शाम ओम प्रकाश साहू ने अपने नाबालिग बेटे को ट्रैक्टर चलाने के लिए दिया | नाबालिग हाथो ट्रेक्टर चलने के दौरान एक दूसरा बालक ट्रैक्टर की चपेट में आ गया जिससे उसके सिर पर गंभीर चोट आ गई । ओम प्रकाश साहू ने अपने नाबालिग बेटे पर अपराध पंजीबद्ध ना हो जाए इसलिए मृतक बालक को पास के खेत में ही छुपा दिया । वही अपने जीजा शिव कुमार साहू जो की कबीरधाम में रहता था उसे घटना की जानकारी देकर बुलाया और आधी रात गांव से 12 किलोमीटर दूर जाकर बेमेतरा में लाश को ठिकाने लगाने में लग गए । जहां पहले उसने पेट्रोल से मृतक के चेहरे को पूरी तरीके से जला दिया उसके बाद सीमेंट के पुल में बांधकर उसे तालाब में फेंक दिया । इस पुरे मामले का खुलासा होने के बाद अब दोनों जीजा और साला जेल के सलाखों के पीछे पहुंच गए|