रायपुर / छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड में करोड़ों की रकम एक बार नहीं बल्कि बार बार डकारने वाले अफसरों को अकबर-बीरबल के मिल रहे संरक्षण से लोग हैरत में है | लोगों को इस बात की भी हैरानी है कि दागी अफसरों को बचाने के लिए अकबर-बीरबल ने साजिश कर एक कर्मचारी नेता को झूठे मामले में ना केवल फंसाया बल्कि उसकी जमानत का विरोध करने के लिए अपने पद और प्रभाव का इस्तेमाल करने में भी पीछे नहीं रहे | बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड में पदस्थ पीआरओ राजेश नायर के खिलाफ सुनियोजित रूप से साजिश रची गई थी | इसके तहत एमएस शेख नामक शख्स उनके घर पहुंचा और मारपीट की घटना को अंजाम दिया | उधर अपनी आपबीती सुनाने थाने में पहुंचे राजेश नायर को राहत देने के बजाए स्थानीय पुलिस ने उनके ही खिलाफ प्रकरण दर्ज कर दिया | राजेश नायर के मुताबिक उन पर ब्लैकमेलिंग के झूठे आरोप लगाए गए |
उनके मुताबिक हाऊसिंग बोर्ड के समस्त कर्मचारियों की पदोन्नति को लेकर वे लगातार प्रयासरत रहे | उन्होंने संपदा अधिकारी एमएस शेख को नियम विरुद्ध तरिके से दी जा रही पदोन्नति का विरोध किया था | उन्होंने बताया कि एमएस शेख के खिलाफ विभागीय जांच में भ्रष्टाचार और करोड़ों की रिकवरी लंबित है | इसके बावजूद भी उनके खिलाफ कोई वैधानिक कार्रवाई नहीं की गई | जबकि अफसर इस दागी संपदा अधिकारी को पदोन्नति देने के लिए व्यक्तिगत रूप से जुट गए | राजेश नायर ने हैरानी जताई कि ब्लैकमेलिग की मनगढ़त कहानी गढ़कर उन्हें फंसाया गया |
उन्होंने तमाम कर्मचारियों को आगाह किया कि छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के भ्रष्टाचार की जांच को लेकर वे सामने आये | ताकि इस संस्था का अस्तित्व और भविष्य सुरक्षित रह सके | उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और अनियमितता की जांच की मांग को लेकर जो दस्तावेज संगठन की ओर से शासन को सौंपे गए थे , उसे अकबर-बीरबल हथियार बनाकर उनके खिलाफ पेश कर रहे है | लेकिन इन दस्तावेजों में दर्ज सबूतों और शिकायतों की जांच को लेकर उनके द्वारा कोई कदम नहीं उठाए गए | बल्कि करोड़ों का भ्रष्टाचार करने वाले अफसरों को संरक्षण देने में जुट गए |
गौरतलब है कि हाल ही में हुए एक वाद-विवाद के बाद छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड के कर्मचारी नेता और पीआरओ राजेश नायर के खिलाफ सहकर्मी एमएस शेख ने ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी | बताया जाता है कि अब तक की जांच में ब्लैकमेलिंग के कोई ठोस सबूत सामने नहीं आए है | उधर जमानत रद्द होने के बाद राजेश नायर ने हाईकोर्ट का रुख किया है | रायपुर जेल में परिजनों और सहकर्मियों से हुई मुलाकात के बाद राजेश नायर ने साफ किया कि वे इंसाफ के लिए लगातार संघर्ष करते रहेंगे | लेकिन अकबर-बीरबल के आगे घुटने नहीं टेकेंगे |
उधर दस्तावेज बताते है कि छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड में पदस्थ संपदा अधिकारी एमएस शेख , अतिरिक्त कमिश्नर एचके वर्मा , एमडी पनारिया और एचके जोशी का भ्रष्टाचार से करीबी नाता रहा है | आधा दर्जन से ज्यादा अलग अलग विभागीय जांच में ये चारों अफसर भ्रष्टाकर में आकंठ डूबे पाए गए | विभागीय जांच में उन पर करोड़ों की रिकवरी दर्ज की गई | यही नहीं जांच में यह भी बताया गया कि इन चारों अफसरों ने अलग अलग प्रोजेक्ट में कैसे करोड़ों का घपला किया | इस समाचार के साथ छत्तीसगढ़ हाऊसिंग बोर्ड की विभिन्न जांच रिपोर्ट भी संलग्न की गई है | अरबों के भ्रष्टाचार के बावजूद दागी अफसरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने और इंसाफ की आवाज बुलंद करने वाले कर्मचारी नेता राजेश नायर को झूठे मामले में फंसाकर अकबर-बीरबल की पौ-बारह है |